Delhi. दिल्ली के प्रमुख सचिव (राजस्व) संजीव खिरवार (Sanjeev Khirwar) पर आरोप लगा है कि उनके और उनके कुत्ते (dog) की वजह से त्यागराज स्टेडियम (Tyagaraja Stadium) को शाम सात बजे ही खाली करवा लिया जाता है। दरअसल, शाम साढ़े सात बजे के बाद आईएएस (IAS) अधिकारी संजीव अपने कुत्ते के साथ स्टेडियम में टहलने आते हैं, जिसके चलते वहां ट्रेनिंग करने वाले एथलीट्स और कोच काफी परेशान हैं।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार त्यागराज स्टेडियम में कोचिंग देने वाले एक कोच ने दावा किया है कि कुछ हफ्तों पहले तक वो रात में करीब 8.30 बजे तक ट्रेनिंग करते थे लेकिन कुछ समय से उन्हें शाम सात बजे ही स्टेडियम खाली करने को कहा जा रहा है। इसके पीछे उन्होंने कारण बताया कि मेरे साथ ही अन्य खिलाड़ियों और कोचों को भी स्टेडियम इसलिए खाली करने को कहा जाता है, ताकि एक आईएएस अधिकारी अपने कुत्त संग वहां टहल सकें। कोच का आरोप है कि इससे हमारे व खिलाड़ियों के अभ्यास में व्यवधान पैदा होता है। कोच ने यह आरोप आईएएस संजीव खिरवार पर आरोप लगाया है।
आरोपी 1994 बैच के IAS अधिकारी हैं?
IAS अधिकारी संजीव खिरवार को लेकर दावा किया गया है। वह 1994 बैच के अधिकारी हैं, जो फिलहाल दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर (Revenue Commissioner) के पद पर तैनात हैं। उनके अंतर्गत ही दिल्ली के सारे डीएम काम करते हैं। साथ ही, वह दिल्ली के पर्यावरण विभाग के सचिव भी हैं। खिरवार ने बी-टेक कंप्यूटर इंजीनियरिंग किया हुआ है। इकोनॉमिक्स में मास्टर्स की डिग्री भी हासिल है। उन्होंने अपना करियर चंडीगढ़ में बतौर एसडीएम शुरू किया था। आईएएस अधिकारी संजीव खिरवार के बारे में बात करें तो वे दिल्ली के साथ-साथ, गोवा, अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और साथ ही साथ भारत सरकार में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। दिल्ली में इससे पहले ट्रेड और टैक्स कमिश्नर के पद पर भी तैनात रह चुके हैं।
विपक्षी नेताओं का तंज
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (BJP spokesperson Praveen Shankar Kapoor) ने ट्विटर पर लिखा, आदरणीय उपराज्यपाल जी, मुख्यमंत्री जी- एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा अपनी प्रशासनिक ताकत का दुरुपयोग कर खेल स्टेडियम को अपने कुत्ते के साथ सैर करने के लिए रोज आरक्षित करने का यह मामला बेहद गम्भीर है। कृपया, जांच करवा कर अधिकारी को निलंबित करें।
IAS अधिकारी ने क्या कहा?
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में संजीव खिरवार का बयान आया है। उन्होंने कहा कि मैं किसी एथलीट को स्टेडियम छोड़ने के लिए कभी नहीं कहूंगा। मैं स्टेडियम के बंद होने के बाद जाता हूं। हम उसे (डॉग) ट्रैक पर नहीं छोड़ते हैं। जब कोई आसपास नहीं होता, तो हम उसे छोड़ देते हैं, लेकिन किसी एथलीट की कीमत पर कभी नहीं। अगर, इसमें कुछ आपत्तिजनक है, तो मैं इसे रोक दूंगा।