स्पोर्ट्स डेस्क. क्रिकेट को 2028 के लॉस एंजिलस ओलंपिक खेलों में शामिल किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के कार्यकारी द्वारा क्रिकेट को लॉस एंजिलस ओलंपिक में शामिल करने पर मुहर लगा दी गई है। आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख के नेतृत्व में सोमवार, 16 अक्टूबर को मुंबई में हुई बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया गया। क्रिकेट इससे पहले 1900 के पेरिस ओलंपिक में खेला गया था यानी 128 साल बाद इसकी ओलंपिक में वापसी होगी। क्रिकेट के अलावा चार और खेल 2028 के ओलंपिक में शामिल किए जाएंगे।
क्रिकेट समेत 5 खेलों को शामिल करने का प्रस्ताव पहले ही हो चुका था पास
आईओसी के कार्यकारी बोर्ड के अधिकारियों की बैठक में क्रिकेट समेत पांच खेलों को शामिल करने के फैसले पर मुहर लगाई गई। इनमें क्रिकेट के अलावा बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, स्क्वैश और लेक्रोस समेत पांच नए खेलों को शामिल करने लॉस एंजिलस आयोजकों के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। इसको लेकर प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका था। हालांकि, सभी नए खेलों को 2028 खेलों में जगह सुनिश्चित करने के लिए आईओसी सदस्यता द्वारा मत हासिल करने की आवश्यकता थी। सोमवार को आधिकारिक रूप से पांचों नए खेलों को शामिल कर लिया गया। लॉस एंजिलिस-28 आयोजन समिति द्वारा पांच खेलों को शामिल करने के प्रस्ताव का आईओसी के 99 सदस्यों में से मतदान करने वाले केवल दो सदस्यों ने विरोध किया।
पेरिस ओलंपिक-1900 में पिछली बार खेला गया था क्रिकेट
क्रिकेट इससे पहले 1900 के पेरिस ओलंपिक में खेला गया था, जहां इंग्लैंड और फ्रांस स्वर्ण पदक के लिए भिड़े थे। हालांकि, लंबे समय से क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने की कोशिशें चल रही थीं और अब जाकर कामयाबी मिली है। दरअसल, आईओसी क्रिकेट की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए भारतीय उपमहाद्वीप के बाजार को भुनाने की कोशिश करेगा।
आईसीसी अध्यक्ष बार्कले ने खुशी जताई
इसी वजह से पुरुष और महिला टी20 क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाएगा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रिकेट के शामिल होने पर 2024 के पेरिस ओलंपिक में प्रसारण अधिकार 158.6 करोड़ रुपए के मुकाबले 2028 में 1525 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के फैसले पर आईसीसी के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने भी खुशी जताई थी।
ICC के साथ मिलकर काम करेंगे- IOC
इससे पहले आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा था- भाग लेने वाली टीमों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। हम आईसीसी के साथ काम करेंगे। हम किसी भी देश के व्यक्तिगत क्रिकेट अधिकारियों के साथ काम नहीं करेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के सहयोग से हम देखेंगे कि क्रिकेट को और अधिक लोकप्रिय कैसे बनाया जा सकता है।