PATNA. बिहार सरकार ने ज्यादा से ज्यादा दिन स्कूलों में पढ़ाई कराई जाए इसके लिए शैक्षणिक कैलेंडर को अपडेट कर दिया है। इसके लिए कई प्रमुख हिंदू त्यौहारों पर स्कूलों में मिलने वाली छुट्टियों को खत्म कर दिया गया है। वहीं ईद-उल-फितर, ईद-उल-अजहा और मुहर्रम पर छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। सोमवार को बिहार स्कूल शिक्षा विभाग ने यह कैलेंडर जारी किया। यह कवायद कई माह से जारी थी। विपक्षी दल बीजेपी ने इसे छुट्टियों के जरिए तुष्टिकरण करार दिया है। खास बात यह है कि इसमें सिख धर्म के प्रमुख पर्व गुरुनानक जयंती के अवकाश को भी खत्म कर दिया गया है।
इन प्रमुख पर्वों पर लगेंगे स्कूल
बिहार सरकार के आदेश अनुसार अब कृष्ण जन्माष्टमी, शिवरात्रि, श्रावण के अंतिम सोमवार, तीज, अनंत चतुर्दशी, भैया दूज, कार्तिक पूर्णिमा या गुरुनानक जयंती और रामनवमीं पर दिए जाने वाले अवकाश खत्म कर दिए गए हैं। दुर्गा पूजा और दीपावली समेत छठ पर्व पर दी जाने वाली छुट्टियों को कम कर दिया गया है। वहीं ईद-उल-फितर और बकरीद पर मिलने वाले एक दिन के अवकाश को 3 दिन कर दिया गया है। मुहर्रम पर एक दिन के अवकाश को दो दिन का किया गया है।
होली, दुर्गापूजा, दीवाली, छठ आदि त्योहार के अवकाश के दिनों को कम कर दिया गया है। अगले साल मुहर्रम, बकरीद, ईद की छुट्टियों के दिनों को बढ़ाया गया है। वहीं, गुरु गोविंद सिंह जयंती, रविदास जयंती व भीमराव आंबेडकर जयंती पर अवकाश घोषित किया गया है।
इन जयंतियों पर रहेगा अवकाश
राज्य सरकार ने गुरु गोविंद सिंह जयंती, रविदास जयंती, आंबेडकर जयंती पर स्कूलों में अवकाश रखने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा गर्मी की छुट्टियों को भी 10 दिन बढ़ाया गया है।
समर वेकेशन में भी टीचर आएंगे स्कूल
साल 2024 में बिहार में गर्मी की छुट्टियां केवल छात्र-छात्राओं के लिए रहेगी। स्कूल के प्रधानअध्यापक, अध्यापक और शिक्षकों समेत अन्य कर्मचारी स्कूल आएंगे और प्रशासनिक और कार्यालयीन कार्यों को करेंगे। इस दौरान अभिभावकों के साथ बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।
कुल अवकाश में अंतर नहीं
2023 और 2024 में कुल अवकाश की संख्या एक समान 60 दिन है। वहीं, गर्मी की छुट्टी को 20 से बढ़कर 30 दिनों तक कर दिया गया है। गर्मी की छुट्टी 15 अप्रैल से 15 मई तक होगी। 2023 में गर्मी की छुट्टी पांच से 27 जून तक चिह्नित थी।
विपक्ष को मिला मुद्दा
दरअसल जब बिहार सरकार हिंदू त्यौहारों पर छुट्टियां खत्म करने का विचार कर रही थी, तभी से विपक्षी दल बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाना शुरु कर दिया था। अब जब सरकार ने इसे लागू कर दिया है तो संभव है कि आम चुनावों में इसे मुद्दा बनाया जाए। उधर बिहार सरकार ने अपनी सफाई में कहा था कि स्कूल में ज्यादा से ज्यादा दिन पढ़ाई हो इसलिए यह फैसला लिया गया है। अब ज्यादातर त्यौहार हिंदुओं के ही हैं इसलिए अवकाश में कटौती भी हिंदू त्यौहारों में ही की गई।