NEW DELHI. 5 राज्यों के चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की अगुवाई में बने इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती नजर आने लगी है। मप्र के चुनाव में कांग्रेस नेताओं और सपा प्रमुख अखिलेश के बीच हुई तीखी बयानबाजी के बाद ऐसा होता नजर आ रहा है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन के सभी 28 दलों के प्रमुखों को दिल्ली में मीटिंग के लिए बुलाया है, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव इस बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले हैं। वहीं दूसरी तरफ टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के भी बैठक से किनारा करने की खबरें आ रही हैं।
रामगोपाल यादव लेंगे हिस्सा
हालांकि समाजवादी पार्टी की आरे से यह कहा जा रहा है कि बैठक में अखिलेश यादव की जगह सपा महासचिव रामगोपाल यादव बैठक में हिस्सा लेंगे। बता दें कि अखिलेश यादव मप्र चुनाव में गठबंधन न किए जाने से नाराज होकर सार्वजनिक तौर पर गठबंधन और कांग्रेस की आलोचना कर चुके हैं। अखिलेश यादव ने सीटों के बंटवारे पर देर रात तक वार्ता के बावजूद एक भी सीट न दिए जाने को धोखा करार दिया था। चुनाव प्रचार में भी अखिलेश यादव ने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी जमकर निशाने साधे थे।
ममता का भी इनकार
इधर पश्चिम बंगाल में जब सीएम ममता बनर्जी से इंडिया गठबंधन की बैठक के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने ऐसी कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया। माना जा रहा है कि ममता भी इंडिया गठबंधन की बैठक से किनारा कर सकती हैं।
जदयू ने भी दिया था टका सा जवाब
बता दें कि 5 राज्यों की चुनाव में कांग्रेस के घटिया प्रदर्शन पर जद यू नेताओं की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि यह कांग्रेस की अकेले की हार है। उसने चुनावों में गठबंधन के सहयोगी दलों से कोई मदद नहीं मांगी, जो मदद करना चाह रहे थे उन्हें भी किनारे कर दिया।
उमर अब्दुल्ला ने भी दिखाया आइना
इधर नेशनल कॉन्फ्रेेंस के उमर अब्दुल्ला ने भी कटाक्ष करते हुए कहा है कि 3 राज्यों में हार मिलने के बाद कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की याद आई है, वह भी तीन माह बाद। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यदि कांग्रेस समाजवादी पार्टी को 5-10 सीटें दे देती तो क्या हो जाता? शायद थोड़ी अच्छी स्थिति होती।