स्पोर्ट्स डेस्क. एशियन गेम्स 2023 में कल का दिन भी भारत के लिए उपलब्धियों भरा रहा। धावक पारुल चौधरी ने 3000 मीटर रेस में सिल्वर अपने नाम करने के बाद 5000 मीटर दौड़ में गोल्ड मैडल अपने नाम दर्ज किया है। ऐसा करके वे एशियन गेम्स के ट्रेक एंड फील्ड एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाली तीसरी खिलाड़ी बन चुकी हैं। पारुल ने इस दौड़ के आखिरी 50 मीटर में फुर्ती दिखाई और पहले नंबर पर चल रहीं जापान की रिरिका हीरोनाका को पीछे छोड़ दिया और पहले स्थान पर रहीं।
बता दें कि पारुल चौधरी ने बताया कि उनके पिता किशनलाल ने उन्हें दौड़ने के लिए प्रेरित किया था। एक समय वे गांव में गन्ने के खेतों में दौड़ की प्रेक्टिस किया करती थीं। एशियन गेम्स में गोल्ड मैडल जीतने के बाद वे काफी खुश हैं। उन्होंने अपने सपने के बारे में भी बताया यूपी पुलिस एशियन गेम्स में गोल्ड मैडल लाने वालों को डीएसपी का पद दे देती है, पारुल ने बताया कि रेस के वक्त भी मेरे दिमाग में यही चल रहा था, क्योंकि मैं डीएसपी बनना चाहती हूं।
रेस की शुरुआत में पारुल पीछे चल रही थीं, इसके बाद पारुल ने अपनी तेजी बढ़ाई, 15 मिनट 14.75 सेकेंड में पूरी हुई रेस में पारुल बढ़त बनाते हुए दूसरे स्थान पर जा पहुंची थीं। अंतिम 50 मीटर की दूरी शेष रहते पारुल ने अपनी गति को और बढ़ाया और पहले नंबर पर चल रहीं जापान की एथलीट को पछाड़ते हुए दौड़ को खत्म कर दिया। इस रोमांचक क्षण को जिस किसी भारतीय ने देखा वह खुशी से झूम उठा।
स्टीपलचेज में भी जीता था सिल्वर
इससे पहले पारुल चौधरी 3000 मीटर स्टीपलचेज में देश के लिए सिल्वर मैडल हासिल कर चुकी हैं। उस रेस को पारुल ने 9 मिनट 27.63 सेकेंड में पूरा किया था। इस रेस में पारुल शुरुआत से ही बेहतरीन लय में थी और अपनी लीड को अंत तक बरकरार रखने में कामयाब रही थीं। 5000 मीटर रेस में गोल्ड मैडल हासिल कर लेने के बाद पारुल के पास अब दो-दो एशियन गेम्स मैडल आ चुके हैं।