NEW YORK. भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ती जा रहा है। अब अमेरिकी चार्जशीट में एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने की कोशिश का आरोप लगाया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, आरोपी को भारत सरकार के एक अधिकारी ने ऐसा करने का आदेश दिया था। बुधवार (29 नवंबर) को न्यूयॉर्क में निखिल के खिलाफ लगी चार्जशीट सामने आई, जिसमें उस पर हत्या की साजिश रचने और पैसे लेकर हत्या की कोशिश करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। इसके बाद भारत सरकार अलर्ट हो गई है और मामले की जांच शुरू करने जा रही है।
आरोपी को एडवांस पेमेंट में सौ डॉलर!
भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने अमेरिका के फेडरल एजेंट्स को बताया कि उसे पन्नू के अलावा भी कई लोगों की हत्या करने के लिए कहा गया था। चार्जशीट में 100 डॉलर का बिल भी था, जो आरोपी को एडवांस पेमेंट के तौर पर दिया गया था।
कौन है भारतीय अफसर?
भारत सरकार के जिस अधिकारी ने निखिल गुप्ता को ऐसा करने के लिए कहा था, उसका नाम फिलहाल सामने नहीं आया है। चार्जशीट में उसे CC-1 के नाम से संबोधित किया गया है। CC-1 भारत सरकार की एक एजेंसी का कर्मचारी है, जिसने कई मौकों पर खुद को सीनियर फील्ड अफसर बताया है। यह अफसर सिक्योरिटी मैनेजमेंट और इंटेलिजेंस के लिए जिम्मेदार है। मामले में इसकी जानकारी जुटाने में अमेरिकी एजेंसी लग गई है।
भारत की सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में अफसर
चार्जशीट के मुताबिक, भारतीय अफसर ने यह भी बताया था कि वो भारत की सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के लिए काम करता है। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, भारत सरकार के इस अधिकारी ने कहा था कि उसे युद्ध कला में अफसर लेवल की ट्रेनिंग और हथियार चलाना भी सिखाया जा रहा है।
20 साल जेल की सजा हो सकती है निखिल को
डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, प्रत्यर्पण संधि के तहत चेक रिपब्लिक के अधिकारियों ने निखिल गुप्ता को 30 जून को गिरफ्तार किया था। दोषी साबित होने पर उसे 20 साल जेल की सजा हो सकती है। दरअसल, अमेरिका की सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। हालांकि, यह नहीं बताया गया था कि हमला किस दिन होने वाला था।
कैसे रची गई थी साजिश, कितने में हुई डील?
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, भारतीय अधिकारी के आदेश पर निखिल ने एक अपराधी से पन्नू को मरवाने के लिए कॉन्टैक्ट किया, लेकिन असल में ये अपराधी अमेरिकी एजेंट था। इस एजेंट ने निखिल की पहचान एक और अंडरकवर अधिकारी से करवाई जो हत्या को अंजाम देने वाला था। इसके लिए करीब 83 लाख रुपए की डील हुई थी।
पन्नू के घर का पता, फोन नंबर की जानकारी दी
जानकारी अनुसार, डील होने के बाद भारतीय अधिकारी CC-1 ने गुप्ता को पन्नू को न्यूयॉर्क वाले घर का पता, उसका फोन नंबर और उसकी दिनचर्या से जुड़ी पूरी जानकारी दी। गुप्ता ने इसे बाकी लोगों तक पहुंचाया। निखिल गुप्ता ने अंडरकवर अधिकारी को जल्द से जल्द काम पूरा करने को कहा। हालांकि, उसे उन तारीखों पर हत्या न करने को कहा गया जब भारत और अमेरिका के अधिकारियों के बीच हाई-लेवल बैठकें होनी थीं।
चार्जशीट : हरदीप सिंह निज्जर भी था हिट लिस्ट में
दरअसल, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, उसी महीने PM मोदी अमेरिका के दौरे पर पहुंचे थे। चार्जशीट के मुताबिक, गुप्ता ने हिटमैन को बताया था कि हरदीप सिंह निज्जर भी उनके टारगेट्स की लिस्ट में था। कनाडा में उसकी हत्या के बाद CC-1 ने गुप्ता को पन्नू से जुड़ा एक न्यूज आर्टिकल भेजा था। इसमें भारतीय अधिकारी ने कहा था कि उसे मारना अब प्राथमिकता है।