SRINAGAR. बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के आसपास पहाड़ों पर 26 जुलाई को भारी बारिश हुई। इससे दोपहर में गुफा के पास बने तालाबों और झरनों में बाढ़ आ गई। 8 जुलाई को भारी बारिश से आई बाढ़ जैसे हालात इस बार ना बनें, इसलिए चार हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को तुरंत बाहर निकाला गया। सभी को पंचतरणी भेजा गया है।
#BREAKING: Heavy rains in the high mountains around Holy Cave in Amarnath triggered floods in water body and surrounding springs at 3pm today. Immediate alert was sounded and more than 4,000 pilgrims were taken out of the area safely. Situation is under control, says ITBP. pic.twitter.com/NUbAhHRy6M
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) July 26, 2022
लोगों को बाहर निकाला गया
भगवती नगर बेस कैम्प से 26 जुलाई को 2100 तीर्थयात्रियों के साथ 26वां जत्था पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ। इस साल किसी भी जत्थे में यह सबसे कम यात्री संख्या थी। CRPF की सुरक्षा में 73 गाड़ियों का काफिला रवाना हुआ था। इनमें 23 गाड़ियों में 815 तीर्थयात्री बालटाल के लिए और 49 गाड़ियों में 1 हजार 374 तीर्थयात्री पहलगाम के लिए निकले थे।
Evacuation underway of pilgrims from surrounding areas of the flooded areas of #Amarnath Cave complex earlier today.
The security forces have evacuated 4,000 pilgrims to safety from the affected area pic.twitter.com/vj2tUZIuoc
— Delhi Defence Review (@delhidefence) July 26, 2022
8 जुलाई को बादल फटने से आई थी बाढ़
अमरनाथ गुफा के पास 8 जुलाई को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 15 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार 29 जून से अब तक 1 लाख 37 हजार 774 तीर्थयात्री भगवती नगर बेस कैम्प से पवित्र गुफा के दर्शन के लिए भेजे जा चुके हैं।
8 जुलाई को शाम 5.30 बजे बादल फटा था। जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए थे। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया, लिहाजा कई लोग इसकी चपेट में आ गए। ITBP ने 15 हजार लोगों का रेस्क्यू किया था।