Rudraprayag. 6 महीने बाद बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। शुभ मुहूर्त के अनुसार सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए। धाम के मुख्य पुजारी ने बाबा की डोली के साथ मंदिर में प्रवेश किया। बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित करीब 10 हजार श्रद्धालु मौजूद रहे। केदारनाथ मंदिर परिसर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था।
समाधि से बाहर आए बाबा
ऐसी मान्यता है कि जग के कल्याण के लिए बाबा केदारनाथ 6 महीने समाधि में रहते हैं। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के आखिरी दिन चढ़ावे के बाद बाबा को सवा क्विंटल भभूति अर्पित की जाती है। वहीं 6 महीने बाद कपाट खुलने पर बाबा केदारनाथ समाधि से बाहर आ जाते हैं और अपने भक्तों को दर्शन देते हैं।
शैव लिंगायत विधि से पूजे जाएंगे बाबा केदारनाथ
बाबा केदारनाथ की शैव लिंगायत विधि से पूजा-अर्चना होगी। धाम के मुख्य पुजारी और उनके शिष्य ये पूजा करते हैं। बाबा केदारनाथ अपने भक्तों को अलग-अलग रंगों में दर्शन देते हैं। सूर्य उदय होने से पहले, दोपहर और शाम के वक्त केदारनाथ धाम का अलग-अलग रंगों में दिखाई देता है। श्रद्धालु इसे बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद मानते हैं।
श्रद्धालुओं को गौरीकुंड से केदारनाथ जाने की अनुमति
बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे। श्रद्धालुओं को गौरीकुंड से केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। श्रद्धालुओं ने करीब 21 किलोमीटर की यात्रा की। ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने पर उन्हें गौरीकुंड पर ही रोक दिया गया था। व्यवस्थाएं दुरुस्त होने पर सभी भक्तों को केदारनाथ जाने की अनुमति दे दी गई।