तिरुअनंतपुरम. केरल में कोरोना महामारी का संकट बढ़ रहा है। राज्य में लगातार चौथे दिन यानी शुक्रवार (30 जुलाई) को 20 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले आए। पी विजयन सरकार ने सख्त वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। पाबंदी 31 जुलाई से सोमवार 2 अगस्त सुबह तक रहेगी।
बढ़ रहे कोरोना मामलों से खतरे का अंदेशा
पिछले साल कोरोना के मामलों से सबसे बेहतरीन तरीके से निपटने के लिए दुनियाभर में केरल के प्रयासों को तारीफ मिली थी। हालांकि, इस समय राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले खतरे की घंटी बजा रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान केरल में 20,772 नए मामले सामने आए, जिसके बाद राज्य में शुक्रवार रात तक कुल संक्रमितों की संख्या 33,70,137 हो गई। वहीं, 116 नई मौतों के साथ जान गंवाने वालों का कुल आंकड़ा 16,701 पहुंच गया।
केरल में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा
केरल में तेज वैक्सीनेशन के बावजूद पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 13.61% हो गया। यही वजह है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में सख्त वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया। जून में यहां हर दिन औसतन 8 हजार केस मिल रहे थे। इसके बाद से केस का ग्राफ फिर ऊपर जाने लगा। राज्य में 35% आबादी को पहला और 16% को दोनों डोज लग चुके हैं। देश में अब तक सिर्फ 8% को दोनों डोज लगे हैं।
संक्रमण दूसरे राज्यों में फैला तो तीसरी लहर का खतरा
डर है कि केरल से संक्रमण पड़ोसी राज्यों या देश के दूसरे हिस्सों में फैल सकता है। यह पहले से ज्यादा खतरनाक तीसरी लहर आने की वजह बन सकता है। चिंता की बात ये है कि केरल के 14 में से 7 जिलों में पिछले 4 हफ्तों में संक्रमण बढ़ रहा है।