NEW DELHI. कांग्रेस अध्यक्ष पद के नाम के लिए बीते 6 दिन से चल रही उठापटक 30 सितंबर को खत्म हो गई। मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और झारखंड के कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी ने नामांकन भर दिया। खड़गे के लिए पार्टी के 30 नेता प्रस्तावक बने। उनका पलड़ा भारी माना जा रहा है। इसके साथ ही ये तय हो गया है कि कांग्रेस को गैर-गांधी अध्यक्ष मिलने जा रहा है।
अगर खड़गे अध्यक्ष बनते हैं तो बाबू जगजीवन राम के बाद दूसरे दलित अध्यक्ष बनेंगे। जगजीवन राम 1970-71 में कांग्रेस के अध्यक्ष थे। नामांकन के समय खड़गे के साथ खड़े नेताओं की फोटो बताती है कि नतीजा खड़गे के पक्ष में ही रहने वाला है। उनका समर्थन दिग्विजय सिंह, प्रमोद तिवारी, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, अशोक गहलोत, पीएल पुनिया जैसे बड़े नेताओं ने किया है।
Total 30 Congress leaders have proposed Mallikarjun Kharge's name for the election of the president of the Indian National Congress pic.twitter.com/1M65uYhjWc
— ANI (@ANI) September 30, 2022
बीजेपी का कांग्रेस पर निशाना
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर तंज कसा। ओडिशा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, कांग्रेस अब एक राष्ट्रीय पार्टी नहीं रह गई है। यह अब सिमट कर भाई-बहन की पार्टी बन गई है।
बचपन में नेहरू-गांधी की विचारधारा का प्रचार करता था- खड़गे
नामांकन दाखिल करने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, मेरे समर्थन में आए सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं, प्रतिनिधियों और मंत्रियों ने का धन्यवाद करता हूं। 17 अक्टूबर को हम देखेंगे कि परिणाम क्या होते हैं। उम्मीद है कि मैं जीतूंगा। मैं बचपन से ही कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ा रहा हूं। जब मैं 8वीं-9वीं कक्षा में था तब से गांधी, नेहरू की विचारधारा के लिए प्रचार करता था। उन्होंने कहा, मैं सभी डेलीगेट से मुझे मत देने की अपील करता हूं।
4 घंटे में बदल गई कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की कहानी
सुबह 9 बजे से 10 बजे: इस समय कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 2 ही नाम चल रहे थे। पहला दिग्विजय सिंह और दूसरा शशि थरूर। इस वक्त तक मल्लिकार्जुन खड़गे की कोई चर्चा नहीं थी। कहा जा रहा था कि दिग्विजय नामांकन भरेंगे। थरूर खुद ही अपने नॉमिनेशन भरने का ऐलान कर चुके थे।
सुबह 10 से 11 बजे: नॉमिनेशन की चर्चा के बीच दिग्विजय अचानक खड़गे से मिलने पहुंचे। मुलाकात चल रही रही थी कि कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि दिग्विजय चुनाव से बाहर हो गए हैं। लेकिन, करीब आधे घंटे तक दिग्विजय के चुनाव लड़ने या ना लड़ने पर सस्पेंस ही रहा। ये तब खत्म हुआ, जब खुद दिग्विजय सामने आए और चुनाव से बाहर होने की बात कही।
सुबह 11 से दोपहर 1 बजे: नॉमिनेशन की शुरुआत हुई और शशि थरूर सबसे पहले पहुंचे। साथ में 9 प्रस्तावक थे। इसके बाद झारखंड के लीडर केएन त्रिपाठी ने नॉमिनेशन भरा। इसी समय खड़गे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान वहां पायलट के समर्थन में नारेबाजी हो रही थी।
दोपहर 1 से दोपहर 2 बजे: मल्लिकार्जुन खड़गे ने नॉमिनेशन फाइल किया। उनके साथ 30 प्रस्तावक थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में समर्थक कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे।