लखीमपुर मामले (Lakhimpur Case) में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष (Ashish Mishra) को जेल भेजने के बाद पुलिस अब पुख्ता सबूत जुटाने में जुट गई है। निगरानी समिति के अध्यक्ष उपेंद्र अग्रवाल ने 10 अक्टूबर को घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही वहां से केंद्रीय मंत्री के गांव बनवीरपुर तक रास्ते को देखा। गांव की एक दुकान से सीसीटीवी कैमरे का CDR भी कब्जे में लिया। उधर, पुलिस कस्टडी रिमांड पर 11 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान आशीष को कोर्ट में पेश किया गया। जांच में सहयोग न करने पर पर्यवेक्षण समिति ने 14 दिन की कस्टडी मांगी थी, जिस पर अदालत में तीन दिन की रिमांड दी है। कोर्ट ने यह कस्टडी वीडियो फुटैज और फोटो के आधार पर दी है।
UP बीजेपी चीफ की कार्यकर्ताओं को नसीहत
इस बीच यूपी बीजेपी (UP BJP) प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यकर्ताओं को नसीहत दी। सिंह ने कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को फॉर्च्यूनर से कुचलना या लूटना नहीं होता। आपको वोट आपके व्यवहार की वजह से ही मिलता है। आप जिस मोहल्ले में रहते हैं, वहां दस लोग आपकी तारीफ करते हैं तो तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा। इधर, लखीमपुर खीरी के बीजेपी बूथ अध्यक्ष राम गोपाल पांडे ने इस्तीफा देते हुए बीजेपी नेताओं पर अपने कार्यकर्ताओं का साथ न देने का आरोप लगाया है। रामकुमार पांडे का कहना है कि तिकुनिया कांड में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के किसी परिवार से कोई मंत्री जाकर नहीं मिला।
घटना के समय लोकेशन ना बता पाना बना गिरफ्तारी की वजह
पुलिस की पूछताछ में सबसे अहम बिंदु यह रहा कि घटना के वक्त आशीष कहां था। आशीष की ओर से कई वीडियो साक्ष्य दिए गए, लेकिन वह किसी में भी घटना के समय पर कहीं और होने का साक्ष्य नहीं दे पाया। घटना के दिन दोपहर 2:34 से 3:31 बजे तक कोई लोकेशन नहीं मिल पाई। पुलिस ने यह भी पूछा कि रूट डायवर्ट होने की सूचना के बावजूद वह उसी रास्ते से क्यों गया। पुलिस ने यह भी पूछा कि उस दिन मौके पर गई गाड़ियों में और कौन-कौन लोग मौजूद थे। 12 घंटे की पूछताछ में भी यह सवाल अनसुलझा ही रहा कि घटना के समय आशीष कहां था। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों ने जांच में सहयोग ना करने और सवालों के सही जवाब न देने को आधार मानते हुए आशीष को गिरफ्तार किया। इसके बाद रात में ही आशीष को जेल भेज दिया गया।
गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे तक लड़ते रहेंगे
इस बीच प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा कि ये देश बीजेपी के पदाधिकारी और प्रधानमंत्री की जागीर नहीं है, आपका देश है। जागरूक और समझदार नहीं बनेंगे तो ना खुद को बचा पाएंगे और न देश को। आपकी मेहनत ने इस देश को बनाया है। आपको आतंकवादी कहने वालों को न्याय देने के लिए विवश कीजिए। मुझे जेल में डाल दीजिए, जब तक गृह राज्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, हम लड़ते रहेंगे।