NEW DELHI. TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। उन पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप थे। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा का लोकसभा सदस्य रहना उचित नहीं। मोइत्रा के खिलाफ संसद में निष्कासन प्रस्ताव पारित हुआ और उन्हें सदन से निष्कासित कर दिया गया। महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्हें झुकाने के लिए हर नियम तोड़ दिया गया।
मोइत्रा के खिलाफ 500 पेज की रिपोर्ट
लोकसभा में दोपहर 12 बजे एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश हुई। इस रिपोर्ट में महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश और कानून जांच की मांग की गई थी। वहीं TMC ने इस 500 पन्नों की रिपोर्ट को पढ़ने के लिए 48 घंटे का वक्त मांगा था। लोकसभा में 3 बार हंगामा हुआ और कार्यवाही 2 बार स्थगित करनी पड़ी। दोपहर 2 बजे महुआ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई।
महुआ को सदन में बोलने की नहीं दी इजाजत
निष्कासन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्पीकर ओम बिरला ने मोइत्रा को सदन में बोलने की परमिशन नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि उन्हें पैनल मीटिंग में बोलने का मौका दिया गया था।
महुआ बोलीं- अब महाभारत होगा
एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के दौरान महुआ मोइत्रा लोकसभा में मौजूद थीं। बाहर निकलने पर उन्होंने कहा कि मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखिए क्या होता है। जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। उन्होंने 'वस्त्रहरण' से शुरुआत की अब आप 'महाभारत का रण' देखेंगे।
महुआ मोइत्रा पर लगे थे ये आरोप
पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप था कि संसद में सवाल पूछने के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट लिए थे। उन्होंने कार और 2 करोड़ रुपए कैश लिए। मोइत्रा के खिलाफ रिपोर्ट में इसे अनैतिक, आपत्तिजनक और गंभीर अपराध माना। इसमें सिफारिश की गई थी कि इस मामले में भारत सरकार एक कानूनी और संस्थागत जांच कराएं, जो एक तय समय सीमा में खत्म होनी चाहिए।
ममता बनर्जी ने क्या कहा ?
मोइत्रा के निष्कासन को लेकर TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि महुआ मोइत्रा को पूरा समर्थन है। उनके खिलाफ एक्शन जल्दबाजी में लिया गया है।