MORADABAD. यहां के बिजनेसमैन डॉ. अरविंद कुमार गोयल ने अपनी पूरी संपत्ति गरीबों के लिए दान कर दी है। इस संपत्ति की कीमत करीब 600 करोड़ रुपए है। गोयल ने अपने लिए सिर्फ घर रखा है। उन्होंने 50 साल की मेहनत से यह प्रॉपर्टी बनाई थी।
डॉ. गोयल बिजनेसमैन होने के साथ ही शिद्दत से समाजसेवा में लगे रहते हैं। उनके सहयोग से करीब 20 साल से देशभर में सैकड़ों वृद्धाश्रम, अनाथ आश्रम और फ्री हेल्थ सेंटर चलाए जा रहे हैं, स्कूलों में गरीब बच्चों को फ्री शिक्षा दी जा रही है। कोरोना लॉकडाउन में भी करीब 50 गांवों को गोद लेकर उन्होंने लोगों को मुफ्त खाना और दवा दिलवाई। गोयल ने 50 साल की कड़ी मेहनत से यह संपत्ति अर्जित की थी।
दान यूपी सरकार को किया
मुरादाबाद के अलावा यूपी के अन्य हिस्सों और राजस्थान में भी उनके स्कूल-कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। मुरादाबाद के सिविल लाइंस की अपनी कोठी को छोड़कर उन्होंने बाकी पूरी संपत्ति दान देने की घोषणा की है। उन्होंने यह दान सीधे राज्य सरकार को दिया है, ताकि असल जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सके। 18 जुलाई की रात को जैसे ही उन्होंने अपना सब कुछ दान करने का ऐलान किया, पूरे शहर में सिर्फ उनकी ही चर्चा होने लगी। 19 जुलाई सुबह से ही उनके बंगले पर लोगों की भीड़ जुट गई थी।
परिवार ने भी दिया फैसले में साथ
डॉ. गोयल के परिवार में उनकी पत्नी रेणु गोयल के अलावा उनके दो बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा मधुर मुंबई में रहता है। छोटा बेटा शुभम प्रकाश मुरादाबाद में रहकर समाजसेवा और बिजनेस में पिता का हाथ बंटाता है। बेटी की शादी बरेली में हुई है। डॉ. गोयल के इस कदम की परिवार के किसी भी सदस्य की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई है, हालांकि तीनों बच्चों और पत्नी ने उनके फैसले का स्वागत किया है।
माता-पिता फ्रीडम फाइटर थे, बहनोई पूर्व CEC
डॉ. अरविंद गोयल ने कहा, "मैं चाहता हूं कि सारी पूंजी गरीबों की सेवा में काम आए। जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है, इसलिए जीवित रहते हुए ही अपनी संपत्ति को सही हाथों में सौंप दिया, ताकि वह अनाथ, गरीब और बेसहारा लोगों के काम आ सके।"
डॉ. अरविंद कुमार गोयल का जन्म मुरादाबाद में हुआ था। उनके पिता प्रमोद कुमार और मां शकुंतला देवी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उनके बहनोई सुशील चंद्रा देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके हैं। उनके दामाद आर्मी में कर्नल हैं और ससुर जज थे।