भोपाल. मध्य प्रदेश में पंचायत चुनावों का ऐलान हुआ था। कांग्रेस ने आरक्षण रोस्टर पर आपत्ति दर्ज करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की शरण ली है। कोर्ट ने पंचायत चुनाव पर दाखिल अर्जी के मामले में 13 दिसंबर को सुनवाई की। कोर्ट का समय समाप्त होने के बाद जस्टिस खानविलकर ने सुनवाई को कल यानी 14 दिसंबर के लिए टाल दिया है। कोर्ट मंगलवार दोपहर 2 बजे इस मामले को सुनेगा।
हाईकोर्ट ने रोक से इंकार किया था
ज्ञातत्व हो कि जबलपुर हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) ने इस मामले में सुनवाई करते हुए चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस (Congress) ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर पहली सुनवाई 13 दिसंबर को की है। हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद कांग्रेस नेता सैयद जाफर और जया ठाकुर ने 7 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस याचिका की पैरवी सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता वरुण ठाकुर कर रहे हैं।
इसलिए आपत्ति जताई
सरकार ने 2019-20 में पंचायत चुनाव का आरक्षण निर्धारित कर दिया था। इसकी अधिसूचना जारी हो गई थी। इस पुरानी अधिसूचना को निरस्त किए बिना सरकार ने अध्यादेश के माध्यम से नई अधिसूचना जारी कर दी। राज्य सरकार ने 21 नवंबर 2021 को आगामी पंचायत चुनाव को 2014 के आरक्षण रोस्टर के आधार पर कराने की घोषणा की है। याचिका में कमलनाथ सरकार के समय हुए परिसीमन को निरस्त करने और 2014 की स्थिति में लागू परिसीमन व आरक्षण के आधार पर पंचायत चुनाव कराने पर आपत्ति उठाई गई है।
4 दिसंबर को हुई थी चुनाव की घोषणा
राज्य निर्वाचन आयोग (state election commission) ने चार दिसंबर को पंचायत चुनाव की घोषणा की थी। इसके बाद ग्राम पंचायतों में आचार संहिता (Code of conduct) लागू हो गई है। पहले चरण का मतदान 6 जनवरी 2022, दूसरे चरण का 28 जनवरी और तीसरे चरण का चुनाव 16 फरवरी को होगा। भोपाल, इंदौर ग्वालियर समेत 9 जिलों में एक ही चरण में चुनाव संपन्न होंगे। 7 जिले ऐसे हैं जहां दो चरणों में चुनाव होंगे। अन्य 36 जिलों में सभी तीन चरणों में मतदान कराया जाएगा। मतदान सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक होगा। मध्य प्रदेश में 22 हजार 695 ग्राम पंचायतों में चुनाव होना है, जिसके लिए 71 हजार 398 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए नामांकन शुरू हो गया है।
पंचायत चुनाव में 70 करोड़ खर्च होंगे
पंच और सरपंच पद के निर्वाचन परिणाम की घोषणा प्रथम चरण के लिये 11 जनवरी, द्वितीय चरण के लिये 2 फरवरी और तृतीय चरण के लिये 21 फरवरी 2022 को होगी। जनपद पंचायत सदस्य के लिये निर्वाचन परिणाम की घोषणा प्रथम, द्वितीय और तृतीय चरण के लिये 22 फरवरी को और जिला पंचायत सदस्यों के लिये 23 फरवरी 2022 को होगी। इस बार होने जा रहे पंचायत चुनाव से राज्य सरकार पर कितना भार पड़ने वाला है, ये देखना महत्वपूर्ण है। मीडिया में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, आयोग को इस चुनाव पर करीब 70 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे। हर ब्लॉक पर करीब 22 लाख रुपये खर्च होंगे।
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