BHOPAL. BHEL के बरखेड़ा स्थित महारानी लक्ष्मी बाई गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल (MLB Girls higher secondary school) की 10वीं और 12वीं कक्षा की 15 छात्राओं ने आज अपने स्कूल का ही नहीं, पूरे प्रदेश का सिर गर्व से उठा दिया है। भोपाल की इन 15 छात्राओं ने देश के सबसे छोटे सैटेलाइट रॉकेट SSLV D-1/EOS-02 की प्रोग्रामिंग में बड़ा योगदान दिया है। इस सैटेलाइट को ISRO द्वारा सतीश धवन स्पेस सेंटर, श्रीहरिकोटा से 7 अगस्त को 9:18 बजे लॉन्च किया गया।
इन टैकनोलॉजीस में माहिर हैं ये लड़कियां
ये स्टूडेंट्स पेट्रोल पंप कर्मचारी, मजदूर, ड्राइवर, मैकेनिक, किसान, छोटी किराना दुकान, मिल्क पार्लर चलाने वाले साधारण परिवारों से हैं। स्कूल के प्रिंसिपल केडी श्रीवास्तव (Principal KD Shrivastava) ने बताया कि ये स्टूडेंट्स इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (Information Technology) और रोबोटिक टेक्नोलॉजी (Robotic Technology) में काफी अच्छी हैं। इसी प्रतिभा को देखते हुए इन स्टूडेंट्स का सिलेक्शन किया गया।
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मैपिंग करने में होगा सैटेलाइट का यूज
स्कूल के सीनियर टीचर जितेंद्र पाल सिंह चौहान (Jitendra Pal Singh Chouhan) की ही गाइडेंस में इन स्टूडेंट्स ने सेटेलाइट के एक इंस्ट्रूमेंट की प्रोग्रामिंग की है। सैटेलाइट को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया है। ये SSLV 7.5 किलोग्राम का है। इस SSLV को स्पेस ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। इसका इस्तेमाल जमीन की मैपिंग करने में किया जाएगा।
ऐसे हुआ सिलेक्शन
जितेंद्र पाल सिंह चौहान (Senior Teacher) ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ISRO (Indian Space and Research otganization) के इस प्रोग्राम में नीति आयोग (NITI Aayog) से जुड़ी सैटेलाइट कंपनी, स्पेस किड्ज चैन्नई (Space Kids Chennai) ने सैटेलाइट का एक इंस्ट्रूमेंट हमारे स्कूल भेजा था।
3 दिन की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी गई
इस ऑडिनो इंस्ट्रूमेंट (Adino instrument) में सॉफ्टवेयर की मदद से हमें प्रोग्रामिंग करनी थी। इसमें सेंसर (Senor) को डिटेक्ट करने वाली टेक्नोलॉजी की प्रोग्रामिंग भी शामिल थी। इस असाइन्मेंट के लिए स्टूडेंट्स को 3 दिन की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी गई थी।