देवउठनी एकादशी के मौके पर आज काशी में मां अन्नपूर्णा मूर्ति की पुनर्स्थापना की गई। करीब 100 साल पहले काशी से ये मूर्ति चोरी हो गई थी। पिछले 100 साल से इसे कनाडा के एक म्यूज़ियम में रखा हुआ था, अब पीएम मोदी की कोशिशों के बाद इसे वापस लाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की।मां की प्रतिमा ज्ञानवापी द्वार से बाबा विश्वनाथ की रजत पालकी में विराजमान होकर काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश की।
CM योगी ने की प्राण प्रतिष्ठा
काशी विश्वनाथ धाम में बाबा की मंगला आरती के बाद से ही मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान आरंभ हो गए थे। काशी विश्वनाथ मंदिर का अर्चक दल काशी विद्वत परिषद की निगरानी में संपूर्ण प्रक्रिया को पूर्ण कराया गया।प्राण प्रतिष्ठा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
रंग लाई पीएम की कोशिश
अन्न-धन की देवी मां अन्नपूर्णा 108 साल बाद फिर से बाबा विश्वनाथ के आंगन में विराजीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर कनाडा सरकार ने सदियों पहले काशी से गायब हुई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को वापस भारत भेजा है। मां अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा दिल्ली के बाद अयोध्या समेत यूपी के 18 जिलों से होकर वाराणसी पहुंची है।
18 जिलों से गुजरते हुए काशी पहुंची मूर्ति
बलुआ पत्थर से बनी मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 18वीं सदी की बताई जाती है। मां एक हाथ में खीर का कटोरा और दूसरे हाथ में चम्मच लिए हुए हैं। प्राचीन प्रतिमा कनाडा कैसे पहुंची, यह राज आज भी बरकरार है।