MUMBAI. महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट (Political Crisis) में शह और मात का खेल जारी है। एक तरफ बागी नेता एकनाथ शिंदे का गुट लगातार मजबूत होता जा रहा है। दूसरी तरफ विधायक एक-एक करके उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackerey) से अलग होते दिख रहे हैं। हालांकि, शिवसेना (उद्धव गुट) अब भी मजबूत होने का दावा कर रहा है।
अब तक शिवसेना की तरफ से 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाते हुए डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजा गया है। दूसरी तरफ शिंदे खुद को विधायक दल का नेता बता रहे हैं। कल (23 जून) हुई शिवसेना विधायकों की मीटिंग में पार्टी के सिर्फ 13 MLA पहुंचे थे, जबकि महाराष्ट्र में उनके 55 विधायक हैं। यानी ये साफ है कि बाकी 42 विधायक शिंदे गुट के साथ हैं। इसमें से 38 विधायक शिंदे के पास गुवाहाटी पहुंच भी चुके हैं। लिहाजा अब शिंदे गुट पर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा।
आज भी चर्चा, कल भी जारी रहेगी
उद्धव के निवास मातोश्री में 24 जून को आगे की सियासी रणनीति बनाने के लिए राकांपा सुप्रीमो शरद पवार से चर्चा हुई। मातोश्री के बाहर सैकड़ों शिवसैनिक इकट्ठा हुए और उद्धव के समर्थन में नारेबाजी की। जानकारी के मुताबिक, शिवसेना ने 25 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है।
#WATCH | NCP chief Sharad Pawar, Deputy CM Ajit Pawar, state cabinet minister Jayant Patil and party leader Praful Patel arrive at Matoshree (Thackeray residence) in Mumbai.#MaharashtraCrisis pic.twitter.com/Azq782KOHr
— ANI (@ANI) June 24, 2022
सत्ता की लड़ाई हिंसक हुई
उधर, 24 जून को कुर्ला में शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के दफ्तर पर कुछ लोगों ने हमला किया। मेन गेट पर तोड़फोड़ की गई। पोस्टर और नेम प्लेट तोड़े गए। अहमदनगर में भी बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती गई। यहां उद्धव समर्थकों ने शिंदे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन्हें गद्दार बताया।
साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए। लांडे 23 जून को ही गुवाहाटी पहुंचे थे और शिंदे को अपना समर्थन दिया था। बागी विधायकों के समर्थकों का आरोप है कि तोड़फोड़ करने वाले उद्धव के लोग हैं। तोड़फोड़ की घटना के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया।
महाराष्ट्र की राजनीति पर शुक्रवार 24 जून के 4 बड़े बयान...
1. संजय राउत- बातचीत का वक्त खत्म हो गया है। अब हम बागियों को बताएंगे कि शिवसेना क्या है? अब हम हार नहीं मानेंगे। फ्लोर टेस्ट होने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। मुंबई आकर लड़ाई करें, फिर नतीजा दिखेगा।
2. आदित्य ठाकरे- कांग्रेस धोखा देती तो इतना बुरा नहीं लगता; हमारे ही लोगों ने साथ छोड़ दिया है। उद्धव जी ने कहा जो जा रहा है, जाने दो।
3. एकनाथ शिंदे- उद्धव सरकार अल्पमत में है। हमारे विधायकों को डराने की कोशिश की जा रही है। हमें कोई डरा नहीं सकता। हमारे पास शिवसेना के 39 और निर्दलीय 14 विधायक हैं।
4. हिमंता बिस्वा सरमा (असम के मुख्यमंत्री)- विधायक छुट्टी पर आए हैं। हम उद्धव ठाकरे जी से भी कहेंगे कि आप भी असम घूमने आइए। विधायक अगर होटल बुक करेंगे तो मैं उसे रोक नहीं सकता।