दिल्ली. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की तरफ से एक नोटिफिकेशन (Notification) जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि स्वदेशी (Indigenous) रक्षा निर्माण में इस्तेमाल में आने वाले 351 आइटम्स के आयात (Import) पर पाबंदी (Restrictions) लगा दी गई है। अब रक्षा उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली सामग्री स्वदेशी कंपनियों (Companies) से ही खरीदी जाएंगी। रक्षा मंत्रालय ने 29 दिसंबर को यह बड़ा फैसला लिया। इन उपकरणों में कई उप प्रणालियां और रक्षा उत्पादन के घटक शामिल हैं। अगले साल दिसंबर से शुरू होने वाली समय सीमा के तहत इन उपकरणों के आयात की अनुमति नहीं होगी। पिछले 16 महीनों में रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी की गई यह तीसरी सूची है। सरकार (Government) के इस कदम से सालाना करीब 3000 करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने हथियार (Weapons) और अन्य सैन्य उपकरणों की 2 लिस्ट जारी की थी जिनके आयात पर पाबंदी लगाई गई है।
स्वदेशीकरण की ओर भारत
सरकार का लक्ष्य रक्षा उत्पादों के आयात को प्रतिबंधित कर घरेलू रक्षा इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है। मंत्रालय के अनुसार इन कदमों से आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य की ओर देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। यह कदम भारत को सैन्य प्लेटफॉर्म और उपकरणों के उत्पादन का केंद्र बनाने के लक्ष्य के तहत उठाया गया है। इसके साथ ही मंत्रालय 2500 वस्तुओं की एक और सूची भी जारी कि जिनका पहले ही स्वदेशीकरण किया जा चुका है।
आयात पर निर्भरता कम होगी
ऐसे में सरकार के इस कदम से घरेलू कंपनियों के साथ स्टार्ट अप्स के लिए देश के उद्यमियों को अवसर हासिल होंगे। मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सैन्य साजो-सामान स्वदेशी हो चुके हैं। बयान के अनुसार अगले तीन वर्षों में अभी तक आयात की जाने वाली इन 351 वस्तुओं का स्वदेशीकरण किया जाएगा। रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए मंत्रालय की ओर से लगातार सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
मंत्रालय की ये योजना है
मंत्रालय ने कहा कि सूची में उल्लिखित वस्तुओं की खरीद भारतीय उद्योगों से संकेतित समयसीमा के अनुसार ही की जाएगी। अधिसूचना के अनुसार, 172 साजो-सामान के पहले सेट के आयात पर प्रतिबंध अगले साल दिसंबर तक लागू हो जाएगा जबकि 89 घटकों के दूसरे बैच के आयात पर बैन दिसंबर 2023 तक लागू होंगे। यही नहीं 90 वस्तुओं के एक और सेट के आयात पर प्रतिबंध दिसंबर 2024 तक लागू होंगे। इसे लेकर रक्षा मंत्रालय की ओर से अधिसूचना सोमवार को जारी की गई ती। मंत्रालय के अनुसार 351 उपकरणों में से 172 वस्तुओं के पहले सेट पर अगले साल दिसंबर से प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। 89 उपकरणों के दूसरे सेट पर प्रतिबंध दिसंबर 2023 तक लागू किए जाएंगे। वहीं, 90 उपकरणों के तीसरे सेट के आयात पर दिसंबर 2014 तक प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि भारत 2024 तक 101 हथियारों और सैन्य प्लेटफार्मों जैसे परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर, पारंपरिक पनडुब्बी, क्रूज मिसाइल और सोनार सिस्टम के आयात को पूरी तरह रोक देगा।
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