दिल्ली. हिंदू मठ-मंदिरों को अधिग्रहण (Acquisition) से बचाने तथा अधिग्रहित मंदिरों (Temples) को मुक्त कराने की मुहिम के लिए दिल्ली के कालकाजी मंदिर (Kalkaji Temple) में सभा का आयोजन हुआ, जिसमें देश भर से साधु-संत पहुंचे। संतो ने मठ-मंदिर मुक्ति आंदोलन (Math-mandir mukti andolan) में लोगों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान साधु-संतों ने सरकार को राष्ट्रव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी। 21 नवंबर को अखिल भारतीय संत समिति के द्वारा मठ-मंदिरों को अधिग्रहण से बचाने के लिए इस अभियान की शुरुआत हुई। इस आंदोलन के लिए हरिहर आश्रम में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंनद गिरि (Avadheshnananda Giri) महाराज को भी आंमत्रित किया गया था। आयोजन में शामिल हुए संत काफी गुस्से में दिखे। उन्होंने कहा कि हम केंद्र और राज्य सरकारों को शांति से मनाएंगे, अगर नहीं माने तो 'शस्त्र' भी उठाएंगे। मठ-मंदिर मुक्ति आंदोलन का जिम्मा महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत पर है। बता दें कि महंत सुरेंद्र नाथ (surendra nath) ‘विश्व हिंदू महासंघ’ के राष्ट्रीय अंतरिम अध्यक्ष भी हैं। इस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। इसलिए महंतों ने योगी जी का नाम लेते हुए कहा कि उनका आंदोलन ज़रूर सफल होगा क्योंकि उनके पास किसी महान ‘योगी’ का आशीर्वाद है।