NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो प्रोग्राम मन की बात के 106वें एपिसोड में देशवासियों को वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया। पीएम मोदी ने इस बार त्योहारों पर चर्चा से शुरुआत की। उन्होंने कहा, इस बार त्योहारों की शुरुआत से पहले ही बाजारों में रौनक दिखने लगी है, लेकिन इसमें खास बात यह है कि वोकल फॉर लोकल का असर दिख रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार त्योहारों पर खरीदारी के समय वोकल फॉर लोकल अभियान को ध्यान में रखें और कहीं भी जाते वक्त लोकल लोगों से ही खरीददारी करने की आदत डालें। मेरी देशवासियों से अपील है कि वो मेड इन इंडिया का सामान ही खरीदें।
यूपीआई से पेमेंट कर सेल्फी लें, मेड इन इंडिया फोन से नमो एप पर शेयर करें
प्रधानमंत्री का कहना है कि, हर त्योहार की तरह इस त्योहार पर भी वोकल फॉर लोकल का हिस्सा बनें। ऐसे सामान से अपने घर को सजाएं, जिसमें देशवासी के पसीने की सुगंध हो। वोकल फॉर लोकल सिर्फ त्योहारों तक सीमित नहीं रखनी है। ये भावना दिवाली तक ही नहीं रखनी है। दीवाली पर सिर्फ सोशल मीडिया से ही दीए नहीं खरीदने हैं। ऐसे प्रोडक्ट खरीदते वक्त हमारे देश की शान यूपीआई से ही पेमेंट करें। ऐसी खरीदारी करते समय सेल्फी लें और उसे नमो ऐप पर शेयर करें, वो भी मेड इन इंडिया फोन से करें तो और भी अच्छी बात है।
गांधी जयंती पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
मन की बात में मोदी ने कहा, इस महीने की शुरुआत में गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई। यहां कनॉट प्लेस में, एक ही खादी स्टोर में, एक ही दिन में, डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का सामान लोगों ने खरीदा। आपको एक बात जानकर बेहद खुशी होगी कि, दस साल पहले देश में जहां खादी प्रोडक्ट्स की बिक्री बड़ी मुश्किल से 30 हजार करोड़ रुपए से भी कम की थी, अब ये बढ़कर सवा लाख करोड़ रुपए के आसपास पहुंच रही है।
स्थानीय कलाकारों के हाथों बनाए उत्पादों को ही खरीदें
पीएम ने अपील की है कि साथियों, आज मैं अपना एक और आग्रह आपके सामने दोहराना चाहता हूं और बहुत ही आग्रहपूर्वक कहना चाहता हूं। जब भी पर्यटन या तीर्थटन पर जाएं तो वहां के स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाए गए उत्पादों को जरूर खरीदें। यात्रा के कुल बजट का जितना हो सके, उतना हिस्सा लोकल सामान पर खर्च करें।
सरदार वल्लभभाई पटेल का किया जिक्र
पीएम ने कहा, 31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए बहुत विशेष होता है। इस दिन हम लोग हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म दिवस मनाते हैं। हम भारतवासी, उन्हें कई कारणों से याद करते हैं और श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं।
बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जाएगी
पीएम ने आगे कहा कि सरदार साहब की जन्मजयन्ती के दिन बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है और इस संगठन का नाम - मेरा युवा भारत, यानी मॉय भारत संगठन होगा। साथ ही पीएम ने कहा कि यह संगठन भारत के युवाओं को राष्ट्रनिर्माण के विभिन्न आयोजनों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर देगा।
खिलाड़ियों के पास जाकर बधाई दीजिए
मोदी ने लोगों से अपने आस-पास रहने वाले खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने कहा- हमारे देश स्पोर्ट्स में परचम लहरा रहा है। पिछले दिनों एशियन गेम्स के बाद पैरा एशियन गेम्स में भी भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की है। इन खेलों में भारतीयों ने 111 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। मेरी आप सब से प्रार्थना है आपके गांव में, अगल-बगल में, ऐसे बच्चे जिन्होंने इस खेलकूद में हिस्सा लिया है या विजयी हुए हैं, आप सपरिवार उनके पास जाइए और उनको बधाई दीजिए।
31 अक्टूबर को ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम का समापन
मैंने पिछले दिनों देश के हर गांव से, हर घर से मिट्टी संग्रह करने का आग्रह किया गया था। हर घर से मिट्टी संग्रह करने के बाद उसे कलश में रखा गया और फिर अमृत कलश यात्राएं निकाली गईं। देश के कोने-कोने से एकत्रित की गई ये माटी, ये हजारों अमृत कलश यात्राएं अब दिल्ली पहुंच रही हैं। यहां दिल्ली में उस मिट्टी को एक विशाल भारत कलश में डाला जाएगा और इस पवित्र मिट्टी से दिल्ली में 'अमृत वाटिका' का निर्माण किया जाएगा।
पटेल की जयंती के दिन ‘बड़े मेरा युवा भारत’ संगठन की नींव रखी जाएगी
31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए बहुत विशेष होता है। इस दिन हम सभी अपने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती मनाते हैं। हम भारतवासी, उन्हें कई कारणों से याद करते हैं और श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। सबसे बड़ा कारण है - देश की 580 से ज्यादा रियासतों को जोड़ने में उनकी अतुलनीय भूमिका। बता दें कि दो दिन बाद 31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जाएगी। इस संगठन का नाम है ''मेरा युवा भारत''। इसी के साथ मेरा युवा भारत की वेबसाइट भी शुरू होने वाली है। 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि भी है। Zमैं उन्हें भी श्रद्धाजंलि देता हूं।