देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) में चुनाव प्रचार जोरों पर है। राजनीतिक दल एक दूसरे पर जोरदार हमला कर रहे हैं। दिल्ली से भी बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए पहाड़ी राज्य में पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी चुनाव प्रचार के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होना है। इसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे। प्रधानमंत्री ने 9 फरवरी को न्यूज एजेंसी एएनआई को एक विशेष इंटरव्यू दिया था। इसमें प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और उन्हें ऐसा व्यक्ति बताया जो न तो सुनता है और न ही सदन में बैठता है। इस पर राहुल ने जवाब दिया है।
पीएम को राहुल का जवाब : हरिद्वार जिले के मंगलौर में कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा था कि राहुल सुनता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस लाइन का मतलब आपको मैं बताता हूं। इसका मतलब है कि राहुल पर ED और CBI का दबाव नहीं चलता है।
राहुल गांधी ने दो हिंदुस्तान की बात कही : गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री सोचते हैं कि सबको उनसे डर लगता है, लेकिन उन्हें उनसे डर नहीं लगता। उल्टा उनके अहंकार को देखकर मुझे हंसी आती है। देश को अरबपतियों और गरीबों के दो हिस्सों में बांटकर 'दो हिंदुस्तान' बनाने के अपने आरोप को दोहराते हुए कांग्रेस नेता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी और गलत GST जैसे फैसलों को लागू कर छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, किसानों और मजदूरों को बर्बाद कर दिया है।
बेरोजगारी पर ये बोले : कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर साल दो करोड युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन उनका भी रोजगार छीन लिया गया, जिनके पास रोजगार था। उन्होंने दावा किया कि UPA सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 27 करोड लोगों को गरीबी से निकाला था। मोदी सरकार ने पिछले सात सालों में 23 करोड लोगों को दोबारा गरीबी में धकेल दिया।
प्रधानमंत्री को राजा बताया : राहुल गांधी ने उत्तराखंड में पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने का मुद्दा भी उठाया और आरोप लगाया कि उनके 'भ्रष्ट और चोर' होने के कारण उन्हें हटाया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी में चोरों की लाइन लगी हुई है और एक के बाद एक नया मुख्यमंत्री लाकर उसे चोरी का मौका दिया गया। मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बल्कि 'राजा' बताते हुए कांग्रेस नेता ने आलोचना करते हुए कहा कि वह यह सोचते हैं कि पिछले 70 साल में किसी ने कोई काम नहीं किया और केवल उनके आने के बाद से ही देश जागा है। उन्होंने जनता से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का आग्रह करते हुए कहा कि यह उनकी अपनी सरकार होगी, जहां हर वर्ग का ध्यान रखा जाएगा। गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने समाज के हर वर्ग से बातचीत कर अपना घोषणापत्र 'चारधाम, चारकाम' बनाया है, जिसके तहत रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 500 रुपये से ज्यादा न होने देने, चार लाख युवाओं को रोजगार देने, हर साल पांच लाख गरीब परिवारों को सालाना 40 हजार रुपये देने और घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का वादा किया गया है।
नोटबंदी पर सवाल किया : उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या नोटबंदी से देश में काला धन समाप्त हो गया? कांग्रेस नेता ने कहा कि यह कालाधन सफेद हो गया और बीजेपी को मिल गया। मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण उत्तराखंड सहित पूरा देश बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है। देश को रोजगार अरबपति नहीं, बल्कि छोटे व्यापारी, दुकानदार और किसान देते हैं, जिन्हें केंद्र सरकार ने बर्बाद कर दिया है।
कोरोना का मुद्दा उठाया : राहुल गांधी ने कोरोना महामारी से निपटने में विफल रहने का भी आरोप लगाया और कहा कि जहां दूसरे देशों ने अपने नागरिकों से इससे सावधान रहने को कहा। जबकि, मोदी ने लोगों से थाली बजाने और मोबाइल फोन की रोशनी जलाने को कहा। जब आपके माता-पिता और बच्चों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की जरूरत थी, तो आपकी सरकार कहां थी? गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के समय केंद्र सरकार ने मजदूरों को सड़कों पर बेसहारा छोड़ दिया। जबकि, कांग्रेस द्वारा उनके लिए की गई बसों की व्यवस्था को भी बीजेपी की सरकारों ने लेने से मना कर दिया।