BHOPAL. क्रिकेटर बनने का सपना देखने वाले उभरते हुए खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश क्रिकेट असोसिएशन (UPCA) से मैच खेलना है तो उन्हें चयनकार्ताओं को खुश करना होगा। अगर वह उन्हें खुश करने में सफल रहते है, तभी वह UPCA में खेल सकेंगे। मेहनत करके मैच में अपना सिलेक्शन करने आ रहे खिलाड़ियों के भविष्य के साथ यूपीसीए खिलवाड़ कर रहा है। मोहम्मद शमी ने उत्तर प्रदेश की क्रिकेट एसोसिएशम चयन प्रक्रिया की पोल खोल दी है।
यूपी वाले लात मार कर भगा देते थे!
दरअसल आईसीसी वनडे विश्वकप में सबसे ज्यादा 24 विकेट लेकर टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने उत्तर प्रदेश की क्रिकेट एसोसिएशम में फैली गंदगी के बारे में खुलासा कर दिया है। शमी ने यूपीसीए के उन जिम्मेदार लोगों के ऊपर आरोप लगाया है, जो यूपी की टीम को चुनते हैं। शमी ने बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश से डोमेस्टिक खेलने के लिए दो साल ट्रायल दिए, लेकिन जब भी वह फाइनल राउंड में पहुंचते तो उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता था। फाइनल राउंड में पहुंचते ही 'यूपी वाले लात मार कर भगा देते थे।' उन्होंने कहा कि रणजी के ट्रायल में 1600 खिलाड़ी थे, मैं अपने भाई के साथ जाता था। वह यह माहौल देखकर कहते थे कि यहां ट्रायल नहीं मेला चल रहा है।
दो बार वह फाइनल तक पहुंचे, लेकिन चयन नहीं किया
आगे शमी ने बताया कि जब लगातार दूसरे साल भी मौका नहीं मिला, तो मेरे भाई ने चीफ सिलेक्टर से बात की। उसके बाद उन्होंने यूपी से कभी भी ना खेलने का फैसला लिया। शमी ने बताया कि चीफ सिलेक्टर ने उनके भाई से कहा कि तुम्हारे भाई में टैलेंट तो बहुत है, लेकिन अगर तुम मेरी कुर्सी हिला सकते हो, तो ही उसे मौका मिल सकता है। इसके बाद मेरे भाई ने उसी समय ट्रायल का फार्म फाड़कर कहा कि कभी भी अब यूपी से नहीं खेलेंगे। बता दें, ये पहली बार नहीं है जब टीम की चयन प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगे हो। हर साल यहां की चयन प्रक्रिया पर आरोप लगते हैं।
यूपी के रहने वाले है शमी
शमी, उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले हैं। यूपी में लगातार उनके प्रदर्शन को दरकिनार किया गया, जिसके बाद उन्होंने बंगाल का रुख करते हुए भारतीय टीम का सबसे सफल गेंदबाज बनने का गौरव हासिल किया। बता दें, शमी इस वर्ल्ड कप में गजब फॉर्म में रहे। उन्होंने सिर्फ 6 मैचों में ही 23 विकेट अपने नाम किए हैं। सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।