JERUSALEM. गाजा पट्टी में 48 दिनों की अनवरत जंग की आग शुक्रवार सुबह (भारत में शनिवार) शांत हो गई। यह शांति फिलहाल चार दिनों के लिए है, लेकिन इसके बढ़ने के आसार हैं। इस शांति के साये में शाम चार बजे अतिवादी संगठन हमास ने बंधक बनाए 24 लोगों को रिहा कर दिया। रिहा किए गए लोगों में इजरायल के 13, थाइलैंड के 10 और फिलीपींस का एक नागरिक है। इन लोगों को हमास लड़ाकों ने सात अक्टूबर को इजरायली शहरों से अगवा किया था। ये लोग दो समझौतों के तहत छोड़े गए हैं। बदले में इजरायल ने 39 (24 महिलाएं और 15 किशोर) फलस्तीनी कैदी रिहा किए। वहीं, समाचार एजेंसी रायटर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के हवाले से बताया, 24 बंधकों में से चार जर्मनी के रहने वाले हैं।
युद्धविराम का असर, सड़कों पर निकले लोग
संघर्ष विराम से कुछ मिनट पहले तक इजरायली सेना ने कार्रवाई और हमास ने जवाबी हमला जारी रखा। दोनों पक्षों ने संघर्षविराम के बाद फिर से भिड़ने का एलान किया है। गाजा में युद्धविराम का असर कुछ ही देर में दिखाई देने लगा। दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में बड़ी संख्या में लोग घरों से निकल आए और सड़कों पर भीड़ लग गई। भारी नुकसान झेलकर शरणार्थी बने लोगों के बीच भी उम्मीद की किरण फूटती नजर आई। उन्हें लगा कि वे फिर से उत्तरी गाजा और बमबारी के शिकार हुए दक्षिणी गाजा के अपने घरों में पहुंच सकेंगे। हफ्तों बाद उनमें भर पेट भोजन मिलने की उम्मीद जगी है।
इजरायली हमलों के बाद हजारों लोग लापता
उत्तरी गाजा के अहमद वाएल ने ताजा स्थिति पर खुशी जताते हुए अल्लाह का शुक्रिया अदा किया, जबकि डेढ़ महीने से इजरायली हमलों के केंद्र में रहने उत्तरी गाजा में शुक्रवार को बचे-खुचे लोग घरों से निकलकर नुकसान का आकलन करते देखे गए। वहां पर लोगों में चिंता मलबे में दबे लोगों को लेकर भी है। इजरायली हमलों के बाद गाजा में हजारों लोग लापता हैं। इनके मलबे में दबे होने का अंदेशा है।
बंधकों को रेडक्रास के हवाले किया गया
शाम चार बजे बंधकों और कैदियों के रिहाई के निर्धारित समय पर हमास ने सात अक्टूबर को अगवा कर लाए गए 24 महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को रेडक्रास के हवाले कर दिया। रिहा हुए 13 इजरायली नागरिकों में चार बच्चे, उनकी तीन मां और छह अन्य महिलाएं हैं, जबकि थाइलैंड के दस और फिलीपींस के एक पुरुष नागरिकों को कतर और मिस्त्र की मध्यस्थता वाले एक अन्य समझौते के तहत हमास ने रिहा किया है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने रिहा हुए लोगों का किया स्वागत
इजरायल की धरती पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और युद्ध के लिए गठित मंत्रिमंडल में शामिल विपक्षी नेता बेनी गेंट्ज ने रिहा हुए लोगों का स्वागत किया। इसके बाद सभी 24 लोगों को चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। रिहाई की प्रक्रिया को देखने के लिए स्पेन और बेल्जियम के प्रधानमंत्री रफाह बार्डर पर मौजूद रहे, जबकि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने तेल अवीव में इजरायली सेना के मुख्यालय से बंधकों की रिहाई पर नजर रखी।