नई दिल्ली. 19 जुलाई से शुरू हुए संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने की बाट जोह रही है। सत्र की शुरुआत होते ही लोकसभा और राज्यसभा में लगातार हंगामा हो रहा है। शुरुआती दिनों की कार्यवाही पेगासस जासूसी मामले की भेंट चढ़ गई। गुरुवार यानी 22 जुलाई को दोनों सदनों में दैनिक भास्कर ग्रुप पर सरकारी दबिश का मुद्दा विपक्ष ने जोर-शोर से उठाया। विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में भास्कर ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग के छापों का विरोध किया और नारेबाजी की। इसके बाद सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। इसके बाद कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन भारी हंगामे की वजह से सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ, यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा भी उठा। इसके बाद लोकसभा को 4 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
अरविंद केजरीवाल ने तुरंत छापे बंद करने को कहा
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया साइट पर ट्विट कर कहा कि दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे मीडिया को डराने का प्रयास है। उनका संदेश साफ है- जो भाजपा सरकार के खिलाफ बोलेगा, उसे बख्शेंगे नहीं।ऐसी सोच बेहद ख़तरनाक है।सभी को इसके खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिएये छापे तुरंत बंद किए जायें और मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए
अशोक गहलोत ने भाजपा को बताया फासीवादी मानसिकता
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर इनकम टैक्स का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है। मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह भाजपा की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती है।
ममता ने छापों को क्रूर बताया
ममता बनर्जी ने कहा कि पत्रकारों और मीडिया घरानों पर हमला लोकतंत्र को कुचलने का एक क्रूर प्रयास है। दैनिक भास्कर ने बहादुरी से बताया कि नरेंद्र मोदी ने कोविड संकट को गलत तरीके से संभाला और एक भयंकर महामारी के बीच देश को उसके सबसे भयावह दिनों की ओर ले गए।
समाजवादी पार्टी ने सत्ता को डरपोक बताया
डरपोक सत्ता जब घबराती है, ED, IT, टैक्स CBI से डराती है! सच की स्याही से सरकारों के भ्रष्टाचार, कोरोना कुप्रबंधन, बदइंतजामी से हुए नरसंहार, झूठे दावे, हवाहवाई घोषणाओं की पोल खोलने वाले मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर, भारत समाचार के ठिकानों पर देशव्यापी इनकम टैक्स के छापे निंदनीय!