MUMBAI. महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Former CM Uddhav Thackerey ) ने पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना का मुख्यमंत्री मानने से साफ इनकार कर दिया। कहा कि अगर बीजेपी पहले ही ऐसे कर लेती तो राज्य में महाविकास अघाड़ी (MVA) की जरूरत ही नहीं पड़ती। जानिए, उद्धव ठाकरे ने क्या-क्या कहा?
ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला था
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'जो कुछ भी कल हुआ, उसके बारे में मैंने अमित शाह से पहले ही कह दिया था। हम भाजपा-शिवसेना के गठबंधन में ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री चाहते थे। अगर वे पहले ही इसके लिए तैयार हो जाते तो यहां महा विकास अघाड़ी की जरूरत ही नहीं होती।'
About what happened yesterday, I had told Amit Shah earlier as well that there should be a Shiv Sena CM for 2.5 years (during Shiv Sena-BJP alliance). Had they done this earlier, there would've been no Maha Vikas Aghadi: Shiv Sena leader and former Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/dFFrJ6qcyN
— ANI (@ANI) July 1, 2022
‘ये शिवसेना के सीएम नही’
उद्धव ठाकरे ने ये भी कह कि जिस तरह से ये सरकार बनी है, एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता (एकनाथ शिंदे) को सीएम बनाया गया। मैंने अमित शाह से यही कहा था। ये सम्मानपूर्वक किया जा सकता था। शिवसेना आधिकारिक तौर पर (उस समय) आपके साथ थी। ये सीएम शिवसेना के नहीं हैं.
उद्धव ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने के फैसले को लेकर कहा, ‘मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो। मेट्रो शेड को शिफ्ट करने का फैसला मत बदलो। मुंबई के वातावरण से मत खेलो।’ डिप्टी सीएम बनते ही देवेंद्र फडणवीस ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
बीजेपी का नया पैंतरा
बीजेपी ने बड़ा दांव खेलते हुए 30 जून को शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे को समर्थन देकर महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया। बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। पहले माना जा रहा था कि शिवसेना के बागी विधायकों के समर्थन वाली सरकार में फडणवीस सीएम होंगे।
इससे पहले बीजेपी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी। बीजेपी की मांग पर राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। हालांकि, राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 29 जून की रात 9 बजे कोर्ट ने अपने फैसले में फ्लोर टेस्ट कराने के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे फेसबुक लाइ ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। 30 जून की शाम बीजेपी के समर्थन से बागी एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।