New Delhi. नूपुर शर्मा की टिप्पणी (Nupur Sharma Comment ) को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है। इस्लामिक देशों के संगठन से लेकर कतर, कुवैत, ईरान और पाकिस्तान ने नाराजगी जाहिर की है। इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत को घेरते हुए संयुक्त राष्ट्र (UN) और मानवाधिकार संगठनों से अपील की है कि भारत में मुसलमामों को निशाना बनाने के खिलाफ जरूरी कदम उठाए जाएं। उधर, अरब देशों में भारतीय प्रोडक्ट के बैन किए जाने की खबर है। ओआईसी की तरफ से कहा गया कि भारत में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि नूपुर शर्मा को बीजेपी से सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा। उन्होंने नूपुर की गिरफ्तारी की मांग की थी।
नूपुर के बीजेपी से निलंबित होने की कार्रवाई के बाद अब मुंबई पुलिस समन भेज सकती है। बताया जा रहा है कि पाइधोनी पुलिस ने नूपुर शर्मा के खिलाफ FIR दर्ज की है। उनके खिलाफ रजा अकादमी ने केस दर्ज कराया था।
ये था मामला
27 मई को बीजेपी स्पोक्सपर्सन के तौर पर नूपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नूपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया, जिसे कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नूपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
कार्रवाई के बाद ये बोलीं नूपुर
पार्टी से निलंबन की कार्रवाई के बाद नूपुर शर्मा ने ट्वीट किया, 'मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट पर जा रही थी, जहां रोज मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि वो शिवलिंग नहीं फव्वारा है। दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं, जाओ जाकर पूजा कर लो। मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिवजी के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई। मैंने गुस्से में आकर कुछ चीजें कह दीं। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को भी कष्ट पहुंचाने की कभी नहीं थी।'
नूपुर मामले की टाइमलाइन
- 27 मई- नूपुर शर्मा ने पैगंबर हजरत मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की।
भारत 84% ऑयल विदेशों से इम्पोर्ट करता है
कोरोना महामारी की चोट से अभी तक भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह उबर नहीं पाई है। ऐसे में अगर यह मामला ज्यादा तूल पकड़ता है, तो इससे देश की आर्थिक सेहत को काफी नुकसान पहुंच सकता है। भारत अपनी जरूरत का 84% तेल विदेशों से इम्पोर्ट करता है। खाड़ी सहयोग परिषद यानी GCC (जिसमें कुवैत, कतर, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान और यूएई शामिल हैं) के साथ 2020-21 में भारत ने 90 अरब डॉलर का व्यापार किया था। इसके अलावा भारत को फॉरेन रिजर्व का एक बड़ा हिस्सा यहीं से मिलता है।