WASHIM. मिशन 2024 यानी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी जुट गई है। सभी दिग्गज नेता अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वो इस लोकसभा चुनाव में अपने इलाके में बैनर-पोस्टर नहीं लगाएंगे। किसी को चाय-पानी का इंतजाम भी नहीं करेंगे। गडकरी ने साफ कर है कहा कि मैं लोगों की ईमानदारी से सेवा करूंगा, लेकिन मैं ना खाऊंगा और ना ही किसी को खाने दूंगा, वोट देना है तो दो... नहीं तो मत दो।
'मैं ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा'
केंद्रीय मंत्री गडकरी शुक्रवार (29 सितंबर) को महाराष्ट्र के वाशिम जिले में सड़क का उद्घाटन करने आए थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के बारे में बड़ा ऐलान किया है। गडकरी ने आगे कहा, तुमको (वोटर्स) माल- पानी भी नहीं मिलेगा. लक्ष्मी (पैसे) दर्शन नहीं होंगे। देसी-विदेसी (शराब) नहीं मिलेगी। मैं पैसा खाऊंगा भी नहीं और खाने भी नहीं दूंगा, लेकिन तुम्हारी सेवा ईमानदारी से करूंगा, यह विश्वास करिए।
मोदी सरकार में गडकरी बेहतरीन परफॉर्मेंस वाले मंत्री
नितिन गडकरी वर्तमान में नागपुर से सांसद हैं। उन्होंने 2014 और 2019 में यहां से जीत हासिल की। नागपुर भले ही आरएसएस का मुख्यालय हो, लेकिन 2014 से पहले तक यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी गई है, हालांकि गडकरी ने इस मिथक को तोड़ा और दोनों बार चुनाव जीतकर बीजेपी के खाते में यह सीट दी। मोदी सरकार में नितिन गडकरी सबसे बेहतरीन परफॉरमेंस वाले मंत्रियों में गिने जाते हैं। गडकरी 2009 से 2013 तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं। वे मोदी सरकार में सड़क परिवहन और हाइवे मंत्रालय संभाल रहे हैं। इसके अलावा, गडकरी महाराष्ट्र सरकार में भी बतौर लोक निर्माण विभाग मंत्री चर्चा में रहे हैं।
‘बेबाक बयानबाजी’ की एक अलग ही पहचान...
गडकरी अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि वो अपने विभाग से संबंधित कामों को लेकर अलर्ट रहते हैं। यहां तक कि खुले मंच पर कहते हैं कि मैं गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करता हूं। अच्छी तरह से काम करना चाहिए।
विधायकों और सांसदों से बोले थे- ठेकेदार को परेशान ना करें
इतना ही नहीं, गडकरी को ठेकेदारों का बचाव करते भी देखा जाता है। हाल ही में गडकरी ने वाशिम में एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं वाशिम जिले के सभी विधायकों, सांसदों और अधिकारियों से अनुरोध करता हूं, मैं ठेकेदार पर दबाव डालूंगा और काम करवाऊंगा, लेकिन कृपया ठेकेदार को परेशान ना करें, लेकिन अगर सड़क टूटी तो बुलडोजर से तोड़ दूंगा। इस तरह की चेतावनी भी गडकरी ने ठेकेदारों को दी थी।