सुरक्षा मानकों को पूरा करने वाली बसें ही अब सड़क पर दौड़ेंगी, हादसों को रोकने सरकार बना रही प्लान

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BP Shrivastava
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सुरक्षा मानकों को पूरा करने वाली बसें ही अब सड़क पर दौड़ेंगी, हादसों को रोकने सरकार बना रही प्लान

NEW DELHI. केंद्र सरकार ने डग्गामार बसों और बिना पूरे सुरक्षा मानकों के चल रहीं बसों पर रोक लगाने की योजना तैयार कर ली है। इससे बेतहासा हो बस हादसों में कमी आएगी साथ ही यात्रियों को परिवहन करने में सुविधा होगी। इसके अलावा मनमर्जी से बसें बनाने वेंडर्स पर लगाम लगेगी। इसके लिए केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय कायदे- कानून तैयार कर रहा है। इसके आधार पर ही लोक मैन्युफैक्चरर यानी स्थानीय निर्माता बसें बना सकेंगे। अब यदि लोकल वेंडर की बनाई बस तय मानकों पर खरी नहीं उतरी तो उसे सड़क पर नहीं चलने दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें संबंधित विभाग से सर्टिफिकेट भी लेना पड़ेगा।

सभी बस निर्माता कंपनियों पर लागू होंगे नियम

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश में बढ़ते बस हादसों को देखते हुए बस बनाने के क्षेत्र में तुरंत प्रभाव से क्वॉलिटी बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय की तरफ से बस बॉडी बनाने के लिए जरूरी मानकों का पालन करने की मंजूरी दे दी गई है। यह तमाम बस बनाने वाले मैन्युफैक्चर पर समान रूप से लागू होंगे। इसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।

एमपी समेत कई राज्यों में लोकल वेंडर बनाते हैं बस

मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि देखने में आया है कि मध्य प्रदेश, पंजाब, यूपी, हरियाणा और राजस्थान समेत विभिन्न राज्यों में स्थानीय स्तर पर कुछ लोकल वेंडर बसें बनाते हैं। यह वेंडर बसों में सवार होने वाले लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए बिना किसी सुरक्षा मानक के काम करते हैं। वे चेसिस पर बस की बॉडी रखकर बस बना देते हैं। इसमें कार, बस और ट्रक बनाने वाली बड़ी कंपनियों की तरह कोई कायदे-कानून लागू नहीं किए जाते। बस, चेसिस के ऊपर रखी बॉडी बस के आकार की होनी चाहिए। बाकी, बस के अंदर ब्रेक, सीटें, लेग स्पेस, खड़ी सवारियों को पकड़ने के लिए डंडे जैसी किसी भी सर्विस में किसी भी तरह का सुरक्षा से जुड़ा कोई नियम नहीं अपनाया जाता।

पांच साल पहले भी गई थी नियम बनाने की पहल

नतीजतन कई बार डग्गामार टाइप इन बसों के कहीं ब्रेक फेल हो जाते हैं तो कहीं स्टियरिंग ही फेल हो जाता है। इमरजेंसी में ब्रेक काम नहीं करते तो सीट खुलकर निकल जाती हैं। इनमें सुरक्षा संबंधी कई तरह की समस्याएं सामने आती हैं। जिससे कितनी ही जिंदगियां खत्म हो जाती हैं। इस मामले में 2018 में भी नियम बनाने पर काम किया गया था, लेकिन उस वक्त बस बनाने वाले ये लोकल वेंडर केंद्रीय मंत्री के पास यह कहते हुए पहुंच गए थे कि उनका काम-धंधा बंद हो जाएगा, कितने ही लोग बेरोजगार हो जाएंगे, कुछ मोहलत दीजिए। लेकिन अब ऐसा आगे नहीं चलने दिया जाएगा।

बिना सेफ्टी नॉर्म्स वाली बसें नहीं चलेंगी

लोकल स्तर पर जिस भी वेंडर को बसें बनानी होंगी। उसे सुरक्षा मानकों पर खरा उतरना ही होगा, वरना बिना सेफ्टी नॉर्म्स वाली बसों को रोड पर चलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करके लोकल स्तर पर चल रहे बसें बनाने के इस धंधे को तय मानकों के अंतर्गत लाया जाएगा। ताकि लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ ना हो सके।

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