New Delhi. पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी के आरोपों में निलंबित हुईं बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में भी कुछ आए हैं। नूपुर का समर्थन करने वालों में नीदरलैंड्स के एक सांसद भी शामिल हैं। वहीं, पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह ने नूपुर को सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। इससे पहले नूपुर की टिप्पणी के बाद अरब देशों ने भारत से विरोध जताया था। बढ़ते विरोध के बाद बीजेपी ने पार्टी प्रवक्ता रहीं नूपुर को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
इस बीच, नूपुर को मिल रही धमकियों के बीच दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई है। इधर, मुंबई पुलिस ने नूपुर को समन जारी किया है। पुलिस ने नूपुर को 22 जून को पेश होने के लिए कहा है। दरअसल, पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा के खिलाफ मुंब्रा, ठाणे और पाइधोनी में केस दर्ज हुए हैं। उन्हें पुलिस ने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
नीदरलैंड्स के सांसद: अरब देश भड़क रहे हैं, ये हास्यास्पद
नूपुर के समर्थन में सबसे तीखा बयान नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्डर्स ने दिया है। विल्डर्स नीदरलैंड के पार्टी ऑफ फ्रीडम के नेता भी हैं। विल्डर्स ने कहा, 'यह बहुत हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं। भारत क्यों माफी मांगे?' आगे विल्डर्स ने भारतीयों को सलाह दी कि वह नुपूर शर्मा का बचाव करें।
उन्होंने ट्वीट किया- 'तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है। यह चीजों और ज्यादा खराब कर देता है। इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप मुस्लिम देशों की धमकी में नहीं आएं। आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें।'
गिर्ट को मिली धमकी
नूपुर के समर्थन में ट्वीट करने पर गिर्ट विल्डर्स को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस पर उन्होंने पलटवार किया। विल्डर्स ने कहा कि पाकिस्तान से लेकर तुर्की तक से मुझे धमकियां दी जा रही हैं, लेकिन इस धमकी से कुछ भी हासिल नहीं होगा। मैं सच बोलने से नहीं रुकूंगा।
गुजरात के पूर्व पुलिस अफसर ने भी किया सपोर्ट
नुपुर के बचाव में गुजरात के पूर्व पुलिस अफसर डीजी वंजारा भी आ गए। वंजारा गुजरात एटीएस के प्रमुख रहे थे। उन्होंने लिखा- 'नूपुर शर्मा का बयान ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से सत्य है। इसलिए इसपर किसी भी तरह की कानूनी या राजनीतिक कार्रवाई नहीं हो सकती, वह भी ऐसे वक्त जब जिहादी उसे मौत और बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, यह कायरतापूर्ण कारनामा है। भारत के सम्मान की रक्षा के लिए सभी हिंदुओं को उनका साथ देना चाहिए।'
जो हिंदू देवी-देवताओं पर बोलते हैं, उन्हें कुछ नहीं बोलते- तारिक फतेह
पाकिस्तानी मूल के मशहूर लेखक तारिक फतेह कहा कि इस्लामिक जिहादी नूपुर को धमकियां दे रहे हैं। पुलिस को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। लोग हिंदुओं के देवी-देवताओं का मजाक बना लेते हैं, उस पर कोई नहीं बोलता है, लेकिन अगर नूपुर ने कुछ बोल दिया तो उसके लिए इतना बखेड़ा बना दिया गया। नाइजीरिया में एक मुसलमान ने चर्च में लोगों को मार डाला और किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह इस बात को उठा सके।
10 से ज्यादा इस्लामिक देशों ने जताया नुपुर के बयान पर विरोध
नुपुर के बयान पर कतर के विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजदूत को तलब किया और अपनी आपत्ति जताई। इसके बाद कुवैत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, यूएई, सउदी अरब समेत 10 से ज्यादा मुस्लिम देशों ने पैगंबर पर की गई कथित टिप्पणी की आलोचना की। मुस्लिम देशों के समूह इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी नुपुर शर्मा के बयान की निंदा की।
नूपुर मामले की टाइमलाइन
- 27 मई- नूपुर शर्मा ने पैगंबर हजरत मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की।
ये है मामला
27 मई को भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर नुपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नूपुर ने इसी दौरान मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी की। नूपुर का वीडियो वायरल होने के बाद 5 जून बीजेपी ने नूपुर शर्मा और दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता नवीन जिंदल पर कार्रवाई हो गई। दोनों को पार्टी के सभी पदों से हटाते हुए प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया।
बीजेपी ने दिखाई सख्ती
पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद बीजेपी एक्शन में दिख रही है। बीजेपी ने धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान की है। इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने की हिदायत दी है। इनसे कहा गया है कि धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशन लें।
नेताओं के पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया है। करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।
बीजेपी के ये नेता देते हैं हेट स्पीच
अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज, संगीत सोम।