MUMBAI. चाहे रूस यूक्रेन के बीच का युद्ध हो या फिर इजराइल और हमास के बीच जंग चले। भारतीय शेयर बाजार को इससे कोई असर नहीं पड़ रहा। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण घरेलू निवेशक बताए जा रहे हैं। वहीं दमदार ग्लोबल संकेतों के बीच चौतरफा खरीदारी ने भारतीय बाजार को नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पहली मर्तबा 333.13 लाख करोड़ रुपए यानि 4 लाख करोड़ डॉलर के पार जा पहुंचा है। यह देश की जीडीपी से भी ज्यादा है।
288 स्टॉक्स 52 वीक के हाई पर
बता दें कि बीएसई पर 5168 कपंनियां लिस्टेड हैं, जिसमें से 3730 शेयरों में कारोबार देखने को मिला है। कुल ट्रेडेड शेयरों में से 2000 शेयरों में तेजी दर्ज की गई जबकि 1600 शेयरों में गिरावट देखी गई। वहीं 288 कंपनियों के शेयर ऐसे हैं जो अपने 52 वीक के हाई पर हैं। 273 शेयरों में अपर सर्किट भी लगा है जबकि 162 स्टॉक्स में लोअर सर्किट लगा।
इनती है देश की जीडीपी
भारत अभी 3.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अमेरिका पहले पायदान पर तो चीन दूसरे और जर्मनी तीसरे नंबर पर है। इन तीनों के अलावा जापान की अर्थव्यवस्था ही भारत से बड़ी है। एक अनुमान के मुताबिक साल 2030 में भारत 7 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बन सकता है। मार्केट कैप भी जीडीपी के हिसाब से बढ़ेगा। जब जीडीपी दोगुनी होती है तो मार्केट कैप भी दोगुना हो जाता है। शेयर बाजार में तेजी और आईपीओ के रूप में नई लिस्टिंग से मार्केट कैप बढ़ता है। इसी वजह से सेंसेक्स और निफ्टी के अगले पांच साल में डबल होने की उम्मीद जताई जा रही है।