Ahmedabad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi ) की मां हीराबा(Hiraba) आज (18 जून) 100 वर्ष की हो गईं हैं। इस मौके पर पीएम मोदी गुजरात स्थित गांधीनगर आवास पर अपनी मां से मिलने पहुंचे और उनसे आशीर्वाद लिया। आशीर्वाद लेने के बाद पीएम मोदी ने मां के चरण धोए फिर अपने हाथों से मिठाई खिलाई। इसके बाद पीएम पावागढ़ मंदिर के लिए रवाना हो गए जहां वे मां काली के दर्शन कर पूजा-पाठ(worship) करेंगे। इसके साथ ही वे आज हीराबा के नाम पर गांधीनगर में एक सड़क का नामकरण भी करेंगे। इस सड़क को पूज्य हीराबा मार्ग(Hiraba Marg) नाम दिया जाएगा।
सड़क का नाम होगा 'पूज्य हीरा मार्ग'
उधर, गांधीनगर के मेयर हितेश मकवाना(Gandhinagar Mayor Hitesh Makwana) ने बताया कि रायसन पेट्रोल पंप के निकट स्थित 80 मीटर मार्ग का नाम पूज्य हीराबा मार्ग रखा जाएगा। इसका मकसद उनका नाम आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना है। 18 जून को वडोदरा में ‘गुजरात गौरव अभियान’(gujaraat gaurav abhiyaan) कार्यक्रम के अंतर्गत 21,000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली विभिन्न विभागों की परियोजनाओं का लोकार्पण(launch of projects) और शिलान्यास करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान मोदी ‘मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना’ (एमएमवाय) का राज्यव्यापी शुभारंभ करेंगे। गुजरात सरकार ने महिला की गर्भावस्था से लेकर मातृत्व के पहले 1000 दिनों तक माता और शिशु दोनों को पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराने तथा उनकी पोषण स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से ‘मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना’(mukhyamantree maatrshakti yojana) की घोषणा की है।
धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा
इसके अलावा परिवार के सदस्यों से मिली जानकारी के अनुसार, आज 18 जून को पीएम के गृहनगर वडनगर में हतकेश्वर महादेव मंदिर में हीराबा के अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान भजन संध्या, शिव आराधना और सुंदरकांड पाठ होगा। मोदी के परिजनों ने इस दिन अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में दोपहर भोज का आयोजन भी किया गया है।
आदिवासी बहुल तहसीलों में ‘पोषण सुधा योजना’ भी लॉन्च की जाएगी
महिला के जीवन में गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली अवस्था अहम होती है। माता के गर्भ में मौजूद शिशु (भ्रूण) के लिए तथा जन्म के बाद उसे स्तनपान कराने के लिए माता को अधिक मात्रा में पोषण की जरूरत पड़ती है। इस जरूरत की पूर्ति के लिए राज्य सरकार ने प्रायोगिक स्तर पर दाहोद, वलसाड, महीसागर, छोटाउदेपुर और नर्मदा सहित गुजरात के 5 आदिवासी बहुल जिलों की 10 तहसीलों में ‘पोषण सुधा योजना’ लागू की गई थी। अब इसका विस्तार कर राज्य के सभी 14 आदिवासी बहुल जिलों की कुल 106 तहसीलों में इस योजना को कार्यान्वित किया जाएगा।
मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाया गया
योजना के तहत आंगनबाड़ी में पंजीकृत गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को एक समय का संपूर्ण पोषक भोजन प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही आयरन व कैल्शियम की गोलियां तथा स्वास्थ्य और पोषण के बारे में शिक्षा दी जाती है। योजना की निगरानी और निरीक्षण के लिए विशेष मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाया गया है। इस साल इस योजना के लिए 118 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है। हर महीने लगभग 1.36 लाख लाभार्थियों को शामिल किया जाएगा।