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NEW DELHI. राष्ट्रीय राजधानी के राजपथ को अब कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। 7 सितंबर को नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने 7 सितंबर को राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 सितंबर की शाम इसका उद्घाटन करेंगे। कल यानी 9 सितंबर से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
कर्तव्य पथ पर लोगों के लिए बहुत कुछ
कर्तव्य पथ के आस-पास लाल ग्रेनाइट से करीब 15.5 किमी का वॉक वे है। बगल में नहर पर 16 पुल बनाए गए हैं। फूड स्टॉल के साथ दोनों तरफ बैठने का भी इंतजाम है। पूरे क्षेत्र के करीब 3.90 लाख वर्ग मीटर में हरियाली फैली है। वॉक वे व बेहतर पार्किंग स्थल विकसित करने के साथ पैदल यात्रियों के लिए नए अंडरपास बने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची मूर्ति का भी अनावरण करेंगे। ग्रेनाइट से बनी इस मूर्ति का वजन 65 मीट्रिक टन है। इसे उसी स्थान पर लगाया गया है, जहां 23 जनवरी पराक्रम दिवस पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
- 19 एकड़ में फैली नहर के इलाके को रीडेवल्पड किया गया है। पैदल यात्रियों के लिए इस पर 16 पुल बनाए गए हैं। कृषि भवन और वाणिज्य भवन के पास बोटिंग की जा सकेगी।
इतिहास में राजपथ
आजादी से पहले राजपथ को किंग्स वे और जनपथ को क्वींस वे के नाम से जाना जाता था। स्वतंत्रता मिलने के बाद क्वींस वे का नाम बदलकर जनपथ कर दिया गया था, किंग्स वे राजपथ के नाम से जाना जाने लगा। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के बाद अब इसका नाम कर्तव्य पथ कर दिया गया है। केंद्र सरकार का मानना है कि राजपथ से राजशाही सोच की झलक मिलती है।