NEW DELHI. प्रधानमंत्री के 'मन की बात' कार्यक्रम का आज 105वें एपिसोड का प्रसारण किया गया। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप पर प्रसारित हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने राजस्थान के पुष्कर के कोबरा टीम की जमकर तारीफ की। साथ ही पीएम मोदी ने जी-20 से लेकर विश्व पर्यटन दिवस के बारे में बात की।
'कोबरा' ने 30 हजार से ज्यादा सांपों का बचाया जीवन
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में देश में शेर, बाघ, तेंदुआ और हाथियों की संख्या में उत्साहवर्धक बढ़ोतरी देखी गई है। कई और प्रयास भी निरंतर जारी हैं, ताकि दूसरे जीव-जंतुओं को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस विषय में राजस्थान के पुष्कर में जीव-जंतुओं को बचाने का काम अच्छे से किया गया। वहां सुखदेव भट्ट और उनकी टीम 'कोबरा' ने वन्य जीवों को बचाने का अच्छा प्रयास किया। पीएम मोदी ने बताया कि इस टीम का नाम कोबरा इसलिए रखा गया क्योंकि इनकी टीम खतरनाक सांपों को रेस्क्यू करने का काम करती है। इस टीम में बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोबरा ने अब तक 30 हजार से ज्यादा सांपों का जीवन बचाया है। पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडू के चैन्नई में भी एम राजेंद्र प्रसाद भी एक अनोखा काम कर रहे हैं, जो कि 25-30 सालों से कबूतरों की सेवा में जुड़े हुए हैं।
भारत में लगातार बढ़ रही विश्व धरोहरों की संख्या
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत में अब वैश्विक धरोहरों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। भारत का प्रयास है कि हमारे ज्यादा से ज्यादा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जगहों को विश्व धरोहर के तौर पर मान्यता मिले। पीएम ने आगे कहा कि भारत में एक से बढ़कर एक विश्व हेरिटेज साइट्स हैं। कुछ ही दिन पहले शांति निकेतन और कर्नाटक के पवित्र होयसड़ा मंदिरों को विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
26 सितंबर को जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 के बाद जी-20 की सफलता ने हर भारतीय की खुशी को दोगुना कर दिया। भारत मंडपम तो अपने आप में एक सेलिब्रिटी की तरह हो गया है। लोग उसके साथ सेल्फी खिंचा रहे हैं और गर्व से पोस्ट भी कर रहे हैं। भारत ने इस समिट में अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है। पीएम ने बताया कि 26 सितंबर को दिल्ली में जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश भर से लाखों यूनिवर्सिटी के छात्र एक-दूसरे से रूबरू होंगे।
इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर
प्रधानमंत्री नरेंद्रे मोदी ने कहा कि पहले भारत में सिल्क रूट की बहुत चर्चा होती थी। यह सिल्क रूट व्यापार-कारोबार का बहुत बड़ा माध्यम था। अब भारत ने एक और इकोनॉमिक कॉरिडोर जी-20 में सुझाया है जो है इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर। यह आने वाले सैकड़ों वर्षों तक विश्व व्यापार का आधार बनेगा।