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JAIPUR. राजस्थान (Rajsthan) कैडर के आईएएस (IAS) अधिकारी और कोटा के कलेक्टर रहे हरिमोहन मीणा (Harimohan Meena IAS) की एक फेसबुक (Facebook) पोस्ट देशभर में चर्चा का विषय बन रही है। उन्होंने ये पोस्ट कोटा के कलेक्टर (Kota Collector) पद से महज साढ़े पांच महीने में ट्रांसफर हो जाने के बाद गुरूवार (07 जुलाई) को की है। इसमें उन्होंने अपने अचानक तबादले पर दर्द बयां करते हुए एक मंत्री के दौरे और यूआईटी (अरबन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट) के एक प्रोजेक्ट से जुड़ी फाइल का जिक्र करते लिखा है कि इस तरह इमेज को नुकसान पहुंचाने का मुझे दुख है। हालांकि ये पोस्ट वायरल होने के बाद उन्होंने अपने अकाउंट से इसे डिलीट कर दिया।
पोस्ट में लिखा... मंत्री मुझसे पूछते तो सच्चाई सामने आ जाती
दोस्तों, साढ़े 5 महीने कोटा कलेक्टर पद पर कार्य करने के बाद कल दिनांक 6 जुलाई को कार्य मुक्त होकर जयपुर आ गया हूं। कारण, दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति का शिकार हो गया। यूआईटी (Urban Improvement Trust)) की फाइल 1 दिन भी रुकती तो मंत्री जी तक बात पहुंच जाती थी। कलेक्ट्रेट का काम रुक सकता था पर यूआईटी का नहीं। एक फाइल जो बीएसआर से 50% अबव दर पर स्वीकृति के लिए 2 जुलाई को मुख्य अभियंता स्वयं लेकर आए थे, चर्चा उपरांत जस्टिफिकेशन हेतु एक समिति से विश्लेषण करवाकर सोमवार, 5 जुलाई तक पेश करने का नोटशीट पर आदेश कर फाइल मुख्य अभियंता को हाथों-हाथ दे दी। रविवार, 4 जुलाई को मंत्री महोदय ने दौरा किया। काम में देरी पर यूआईटी के अधिकारियों ने फाइल पेंडिंग बता कर कलेक्टर पर बात डाल दी। मंत्री महोदय फाइल मंगा लेते या मुझसे पूछते तो सच्चाई सामने आ जाती पर इस तरह इमेज को नुकसान पहुंचाने का मुझे दुख है। मैं हमेशा पब्लिक के लिए खड़ा रहता था तथा जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर चला पर यह एपिसोड दुर्भाग्यपूर्ण था। अब सामाजिक न्याय विभाग में कार्य करेंगे। किसी भाई को जब भी पेंशन, छात्रवृत्ति से संबंधित जरूरत हो मुझे 9530 320 323 पर बेहिचक फोन करे।
कलेक्टर मीणा से क्यों नाराज हुए नगरीय विकास मंत्री
मामला यह है कि राजस्थान के नगरीय विकास मंत्री (Urban Development Minister) शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) सोमवार (04 जुलाई) को कोटा में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में एक प्रोजेक्ट से संबंधित फाइल रोके जाने पर नाराजगी जताई। इसके वाकये के कुछ घंटे बाद ही राजधानी जायपुर से चार आईएएस अफसरों की तबादला सूची आ गई जिसमें हरिमोहन मीणा का नाम भी शामिल था। कलेक्टर के पद से उनके तबादले को मंत्री की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। चूंकि इसी दिन दोपहर में में 29 अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी हुई थी जिसमें कोटा कलेक्टर का नाम नहीं था। बता दें कि आईएएस हरिमोहन मीणा को 16 जनवरी 2022 को कलेक्टर कोटा के पद पर नियुक्त किया गया था।
चंबल रिवरफ्रंट के कार्य में देरी से नाराज हुए मंत्री
बताया जा रहा है कि कोटा रामपुरा मुक्ति धाम के पास चंबल रिवरफ्रंट (Chambal River Front) के कार्य का निरीक्षण करते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने दीवार ऊंची करने के कार्य में देरी पर नाराजगी जताई थी। इस दौरान उन्होंने नगर विकास न्यास (यूआईटी) के सचिव राजेश जोशी से कार्य में देरी के बारे में पूछताछ की। उन्हें बताया गया कि निर्माण कार्य से जुड़ी एक फाइल करीब एक महीने से कलेक्टर हरिमोहन मीणा के पास पेंडिंग है। इस पर मंत्री धारीवाल ने राजेश जोशी से कहा, काम अटक रहा है तो बताना चाहिए था। क्या आप कलेक्टर से डरते हैं? आपको कलेक्टर ने यहां नियुक्त किया है या फिर मैंने तैनात किया है। कलेक्टर इस तरह से फाइल को रोक लेते हैं तो मुझे जानकारी क्यों नहीं दी जाती है। पहले भी इस कार्य के लिए आपको को बोला था।
मीणा को सामाजिक न्याय विभाग में भेजा
दोपहर में नगरीय विकास मंत्री की नाराजगी के बाद 04 जुलाई की शाम को ही जयपुर से कलेक्टर हरिमोहन मीणा का ट्रांसफर आर्डर आ गया। सरकार ने उन्हें कलेक्टर के पद से हटाकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में निदेशक के पद पर भेजा है। उनकी जगह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ओमप्रकाश बुनकर को कोटा का कलेक्टर बना दिया गया। इससे पहले बुनकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में निदेशक के पद तैनात थे।