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Jammu. पाकिस्तान फिर नापाक हरकत पर उतर आया है। 26 अक्टूबर की रात 8 बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने जम्मू के अरनिया और आर एस पुरा सेक्टर में इंटरनेशनल बॉर्डर पर गोलीबारी की। इसमें बीएसएफ का एक जवान और चार नागरिक घायल हो गए हैं। पाक रेंजर्स ने भारत की पांच चौकियों पर फायरिंग की और रिहायशी इलाकों पर मोर्टार के गोले भी दागे। इसमें घायल हुए जवान को विशेष इलाज के लिए जम्मू के जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोलीबारी अभी भी रुक-रुककर जारी है।
17 अक्टूबर को भी की थी फायरिंग
गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 17 अक्टूबर को भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने अरनिया सेक्टर में बिना वजह गोलीबारी की थी। इसमें बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे। 25 फरवरी 2021 के बाद से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है।
पांच आतंकी मार गिराने के बाद कर रहा फायरिंग
पाकिस्तान की तरफ से 26 अक्टूबर को गोलीबारी तब की गई, जब दिन में कश्मीर के कुपवाड़ा में एलओसी के पास सुरक्षाबलों ने लश्कर के पांच आतंकी मार गिराए। सुरक्षाबलों को मौके से 5 एके सीरीज की राइफल के अलावा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। कश्मीर पुलिस के एडीजीपी विजय कुमार के अनुसार, हमें इनपुट मिले थे कि कुछ आतंकी माछिल सेक्टर में भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं।
26 अक्टूबर को अंधाधुंध गोलीबारी
सूचना पर जॉइंट टीम ने 25-26 अक्टूबर की दरमियानी रात एलओसी के पास सरदारी नार इलाके में ऑपरेशन शुरू किया। 26 अक्टूबर को जॉइंट टीम ने जंगलों में आतंकियों को आते देखा, वो दुर्गम इलाकों का फायदा उठाकर घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने टीम पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जवाब में इधर से भी फायरिंग की गई। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकी ढेर हो गए। आतंकी की पहचान की जा रही है, उनके पास से बरामद हथियार जब्त कर लिए गए हैं।
पांच दिनों में घुसपैठ की यह दूसरी घटना
बीते पांच दिनों में कश्मीर में घुसपैठ की यह दूसरी घटना है, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। इससे पहले 22 अक्टूबर को जवानों ने बारामूला के उरी सेक्टर में दो आतंकियों को मार गिराया था। दोनों आतंकी एक बड़े ग्रुप का हिस्सा थे, जो लगातार बारिश और खराब विजिबिलिटी का सहारा लेकर LoC पार करने की कोशिश कर रहे थे।