NEW DELHI. उत्तराखंड के उत्तराकाशी की सिलक्यारा में 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए 17 दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला और आखिरकार सभी को टनल से सकुशल बाहर लाया गया। इस ऑपरेशन की सफलता से हर तरफ खुशी का माहौल है। जहां चीन, अमेरिका समेत दुनियाभर के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने घटना को प्रमुखता से कवर कर भारत की तारीफ की है, वहीं पाकिस्तान के अखबार भारत माता की जय... लिखा है।
पाकिस्तान के सबसे बड़े अंग्रेजी अखबार DAWN ने क्या लिखा?
DAWN ने लिखा, ‘भारत माता की जय!... जैसे ही यह खबर फैली कि सभी मजदूर सुरक्षित बाहर आ गए हैं सुरंग के बाहर मौजूद भीड़ ने खुशी से नारे लगाए। सभी 41 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, उनका जोरदार और फूलों की मालाओं के साथ स्वागत किया गया।’
BBC ने लिखा...
आखिरकार सभी 41 लोग फिर से आजाद हो गए। हम उनकी स्थिति के बारे में और अधिक विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि बाहर निकाले जाने के बाद सभी अच्छे स्वास्थ्य में हैं। उनका मेडिकल परीक्षण भी हो रहा है।
अमेरिका के CNN न्यूज ने लिखा...
सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू टीम ड्रिलिंग करते हुए टनल में फंसे मजदूरों तक पहुंची। 12 नवंबर को एक टनल में मलबा गिरना शुरू हुआ तो यह मेन गेट से 200 मीटर अंदर तक भारी मात्रा में जमा हो गया, जिसके बाद श्रमिक अंदर ही फंस गए थे। संघर्ष के बाद भारत के रेस्क्यू को बड़ी सफलता मिली।
कतर के Al Jazeera ने लिखा...
उत्तराखंड में फंसे सभी 41 लोग अब मुक्त हैं। जैसे ही बचावकर्मियों ने 41 श्रमिकों को बचाया खुशी और उल्लास फूट पड़ा। जैसे ही पहले श्रमिक को बाहर निकाला गया, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उसे एक माला भेंट की और उसे उसके गले में लटका दिया, जबकि बचावकर्मियों और रिश्तेदारों ने खुशी मनाई। रेस्क्यू बेहतर रहा।
ब्रिटिश न्यूज एजेंसी Reuters ने लिखा...
बचावकर्मियों ने मंगलवार को ढही हुई सुरंग के अंदर 17 दिनों से फंसे सभी 41 श्रमिकों को चट्टान, कंक्रीट और मलबे को ड्रिल करने के बाद बाहर निकाला, जिससे पूरे भारत में खुशी का माहौल है। मेहनत रंग लाई। इनके अलावा ब्रिटेन के The Guardian, हांगकांग के South China Morning Post, जर्मनी के DW आदि ने भी अपने लेखों में Uttarkashi Tunnel Rescue की सफलता को प्रमुखता से जगह दी है।