बिहार में जहरीली शराब का कहर: 21 की मौत, अस्पताल में कई जीवन के लिए संघर्ष कर रहे

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बिहार में जहरीली शराब का कहर: 21 की मौत, अस्पताल में कई जीवन के लिए संघर्ष कर रहे

बिहार (Bihar) में शराबबंदी (Prohibition) लागू है लेकिन प्रशासन जहरीली शराब (Poisonous Liquor) के कारोबारियों पर अंकुश लगाने में काफी हद तक फेल होता नज़र आ रहा है। दिवाली पर तो जहरीली शराब ने कहर ही बरपा रखा है। बिहार में जहरीली शराब पीने से अभी तक 21 लोगों की मौत (Death) हो चुकी है। गोपालगंज (Gopalganj) में जहरीली शराब लेने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। वहीं, बेतिया (Bettiah) में आठ लोगों की जान जा चुकी है। गोपालगंज में तीन लोगों की आंख की रोशनी चली गई है, जबकि सात लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। गोपालगंज और मोतिहारी के अस्पतालों में सभी का इलाज जारी है । मौतों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। उधर, गोपालगंज एसडीएम उपेन्द्र पाल ने अभी तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि की है। जबकि कई बीमार होकर अस्प ताल (Hospitals) में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

बिहार सरकार के मंत्री का अजीबोगरीब बयान

इस बीच बिहार के भाजपा कोटे से आनेवाले मंत्री का अजीबोगरीब बयान सामने आया है। अपने गृह क्षेत्र से मौत की खबर मिलते ही बैकुंठपुर पहुंचे बिहार के खान व भूतत्व मंत्री जनक राम ने इसे विपक्ष की साजिश करार दिया है। अपने गृह जिले में 8 लोगों की मौत के सवाल पर जनक राम ने कहा कि शराबबंदी कानून को विफल करने के लिए विपक्ष इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।

उन्होंने मृतक छोटेलाल साह, छोटेलाल प्रसाद, रामबाबू राय, मुकेश राम और संतोष साह के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान जब जनक राम से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में लगातार विकास हो रहा है और हर तबके के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार काम कर रही है।

जिलाधिकारी ने मामले को बताया संदिग्ध

पुलिस ने इस मामले पर छानबीन करते हुए कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।  बेतिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि इस मामले में 8 लोगों के मौत की सूचना है। मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है इसलिए मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जा रही है।

बता दें हर साल सैकड़ों लोग जहरीली शराब के कारण मौत के मुंह में चले जाते हैं लेकिन प्रशासन फिर भी अवैध शराब बनाने पर अंकुश नही लगा पा रही है। जानकारी हो कि बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया है जिसकी वजह से बिहार सरकार को हर साल लगभग 5000 करोड़ से अधिक राजस्व नुकसान हो रहा है।  

बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद नियमावली 2021 के अनुसार अगर किसी परिसर में शराब का निर्माण, भंडारण, बोतल बंदी, बिक्री या आयात-निर्यात होता है, तो वैसे किसी स्थान को पुरी तरह सीलबंद कर दिया जाएगा।

चार शराब तस्कर गिरफ्तार

जहरीली शराब कांड में कलेक्टर के निर्देश पर सदर एसडीओ उपेंद्र पाल, एसडीपीओ संजीव कुमार सिंह के साथ महम्मदपुर, बैकुंठपुर व सिधवलिया थाने की पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने तुरहा टोला से चार शराब धंधेबाज छोटे लाल साह, अशोक शर्मा, रामप्रवेश साह और जितेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये सभी तस्कर लंबे समय से इस कारोबार से जुड़े हुए थे।

फिलहाल पुलिस इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों को भी तलाश कर रही है।  गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार दलबल के साथ महम्मदपुर और कुसहर गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मिले और घटना की जानकारी ली। डीएम ने उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं।

विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

जहरीली शराब कांड पर विपक्षी दल राजद ने बिहार सरकार पर तीखा हमला बोला है। राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha) ने ट्वीट किया "ये है आपकी शराबबंदी का क्रूर सच मुख्यमंत्री जी....लेकिन आपको न चिंता करनी है और ना ही चिंतन...बस चुनाव 'येन केन प्रकारेण' जीत लिए जाएँ.....बाकी जनता भुगते...परिवार बर्बाद हो जाएँ...आपको क्या?"

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