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Ghaziabad. मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास विवादों में घिर गए हैं। कुमार के एक ट्वीट ने बुधवार (8 नवंबर) को सोशल मीडिया से लेकर पुलिस महकमे तक में हलचल पैदा कर दी। कुमार विश्वास ने दावा किया कि गाजियाबाद में उनके काफिले पर हमला किया गया है और सुरक्षाकर्मियों से मारपीट की गई, लेकिन कुछ ही देर बाद सामने आए एक जख्मी डॉक्टर ने खुद को पीड़ित बताते हुए कहा कि साइड नहीं देने पर उन्हें पीटा गया है। गुरुवार (9 नवंबर) को गाजियाबाद पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद कुमार विश्वास के आरोपों को गलत बताया है। झूठ पकड़ में आते ही कवि ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है।
पुलिस ने हमले की बात नकारी
गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार रात सोशल मीडिया पर संक्षित बयान जारी किया और यह साफ कर दिया कि कुमार विश्वास के काफिले पर हमला नहीं हुआ था, जैसा कि कवि ने दावा किया था। पुलिस ने एक्स पर लिखा, 'आज संज्ञान में आए प्रकरण में कुमार विश्वास के काफिले पर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हमले के संबंध में प्रारंभिक जांच के क्रम में आरोप सिद्ध नही हुए हैं। थाना इंदिरापुरम पुलिस आगे की जांच और कार्रवाई कर रही है।' अगर कुमार के आरोप गलत पाए जाते हैं तो पुलिस उनपर कार्रवाई कर सकती है।
सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास की हो रही आलोचना
चेहरे से टपकते खून के साथ डॉक्टर की ओर से लगाए गए मारपीट के आरोप और पुलिस के बयान के बाद सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास की घेराबंदी शुरू हो गई। लोगों ने उनसे सवाल दागने शुरू कर दिए हैं तो पूर्व नेता बैकफुट पर नजर आए। कुछ लोगों ने कहा है कि कभी तो सच कहा करो। कुछ ने कहा, एक तो चोरी, उपर से सीनाजोरी।