प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan) दिवस इस बार 9 जनवरी की जगह 10 जनवरी को मनाया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत 2016 में की गई थी। जिसते तहत कोई भी गर्भवती महिला इसका लाभ ले सकती है। इस बार अभियान के चलते बैंकों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के जीरो बैलेंस पर अकाउंट्स खोले जाएंगे। ताकि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता अकाउंट में मिल सके। आइए जानते है क्या है ये अभियान और इसके फायदे।
क्या है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान ?
- गर्भावस्था/प्रसव के दौरान मां और शिशु की मृत्यु रोकने, उन्हें समय पर उचित इलाज मुहैया कराने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी।
अलग-अलग रंग के स्टीकर का मतलब: जांच के बाद गर्भवती महिलाओं को मातृ एवं बाल संरक्षण कार्ड तथा सुरक्षित मातृत्व पुस्तिकाएं दी जाती हैं। इसके अलावा उसकी स्थिति की पूरी जानकारी देने वाला अलग-अलग रंग का स्टीकर भी दिया जाता है। इन स्टीकर का अलग-अलग मतलब होता है।
हरा स्टीकर- सामान्य गर्भावस्था वाली महिला होने पर।
लाल स्टीकर- उच्च जोखिम वाली महिला होने पर।
क्यों शुरू की गई ये सुविधा: सरकार ने इन सेवाओं को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्धारित स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया है। खासकर आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को गर्भधारण के बाद पोषक तत्व नहीं मिलते, समय पर उचित इलाज नहीं होता। ऐसी महिलाओं के बच्चे किसी न किसी विकृति के साथ जन्म लेकर कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। यह सब रोकना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायत: किसी भी प्रकार की शिकायत करने, नजदीकी स्वास्थ्य केंन्द्र खोजने या किसी अन्य सहायता और योजना के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए इसकी वेबसाइट pmsma.nhp.gov.in पर जा सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर- 18001801104 पर कॉल करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।