घर पर चल रही थी सेहरा सजाने की तैयारी, बॉर्डर पर शहीद हो गए कैप्टन, आगरा के शुभम का आज पहुंचेगा पार्थिव शरीर

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Pratibha Rana
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घर पर चल रही थी सेहरा सजाने की तैयारी, बॉर्डर पर शहीद हो गए कैप्टन, आगरा के शुभम का आज पहुंचेगा पार्थिव शरीर

Agra/Jammu. आतंक ने फिर कई परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार (22 नवंबर) हुए आतंकी हमले में आगरा का लाल शहीद हो गया। आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता के परिजन उनकी शादी की तैयारियां कर रहे थे। इसी साल दिसंबर में उनकी शादी होनी थी। इससे पहले ही बेटे की शहादत की खबर जैसे ही शुभम के घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। खुशियां मातम में बदल गईं। परिवार के सदस्य अपने बेटे शुभम गुप्ता के पार्थिव शरीर के घर आने का इंतजार कर रहे हैं। संभावना है कि गुरुवार (23 नवंबर) को पार्थिव शरीर आगरा पहुंच जाएगा। कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता बसंत गुप्ता आगरा की जिला अदालत में डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट काउंसलर हैं।

फौजी बेटा, गर्व से पिता का सीना चौड़ा...

आगरा के लाल शुभम गुप्ता राजौरी के बाजीमाल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। फौजी की वर्दी में बेटे को देखकर पिता बसंत गुप्ता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता था। शुभम के परिजन इस वर्ष शुभम की शादी की तैयारियों में थे। शुभम के शहीद होने की खबर जैसे ही सेना की ओर से शुभम के परिजनों को दी गई तो शुभम की मां बेसुध हो गईं। घर में मातम पसर गया। आगरा से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने शहीद शुभम गुप्ता के परिवार के लोगों से मिलने पहुंचे और मुलाकात की।

देश और सेना को लेकर था जुनून, बचपन से वर्दी से प्यार

शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के भाई ऋषभ का कहना है कि भाई को सिग्नल कोर में कमीशन मिला था। फिर भी उन्होंने सिग्नल कोर छोड़कर पैरा ज्वाइन की थी। जब भी वे किसी सीक्रेट मिशन पर जाते थे तो उनका फोन बंद रहता था। देश के प्रति उनका जज्बा अदभुत था। शहीद कैप्टन शुभम को शुरू से ही देश और सेना को लेकर एक अलग ही जुनून था। शुभम को बचपन से वर्दी बहुत पसंद थी।

सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने कर दी थी गोलीबारी

बता दें, राजौरी में बुधवार (22 नवंबर) को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल हैं। राजौरी में सेना को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। वहां 2 आतंकवादी थे।

आर्मी PRO ने बताया, 19 नवंबर को कालाकोट इलाके के गुलाबगढ़ जंगल में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। गुरुवार (23 नवंबर) सुबह हुई मुठभेड़ में आतंकी भी घायल हुए हैं। उन्हें घेर लिया गया है। एनकाउंटर जारी है।

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