मेरठ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जनवरी को मेरठ पहुंचे। मोदी सड़क रास्ते से ही मेरठ पहुंचे। ऐसा करके मोदी ने बताया कि दिल्ली से मेरठ दूर नहीं है। सरकार ने सड़क व्यवस्था दुरुस्त कर दी है। यहां उन्होंने मेरठ के बैट, बॉल समेत अन्य स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स का जायजा किया। मेरठ के 8 व्यापारियों ने खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास स्थल पर अपने स्टॉल लगाए। देश-विदेश में मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री का लोहा माना जाता है। मेरठ की सड़कों पर सड़क किनारे खड़े लोगों ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। प्रधानमंत्री ने भी कार के अंदर से अभिवादन किया।
#WATCH Eager crowd gives a warm welcome to Prime Minister Narendra Modi in Meerut, Uttar Pradesh
(Source: PMO) pic.twitter.com/AaeS5s9N9e
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 2, 2022
मोदी ने जिम भी किया
मोदी मेरठ में जिम में पहुंचे और मशीनों का जायजा लिया। यहां उन्होंने Body Wait latpull machine पर एक्सरसाइज की। इससे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। मोदी ने साल 2019 में 29 अगस्त को फिट इंडिया मिशन लॉन्च किया था। इसके जरिए पीएम मोदी ने फिटनेस को देश के नागरिकों की रोजाना की जिंदगी में शामिल करने की अपील की थी।
सशक्त, समृद्ध एवं स्वस्थ भारत की नींव हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी।
Hon'ble PM Shri @NarendraModi Ji using fitness equipment at the venue of Sports University. #खेलेगा_यूपी_बढ़ेगा_यूपी pic.twitter.com/cxbMYgx5gR
— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 2, 2022
मोदी के भाषण की 3 खास बातें
1. एक हाथ पर योगी, एक हाथ पर मैं
अब दिल्ली की दूरी एक घंटे की रह गई है। अब गंगा एक्सप्रेस का जो काम होगा वह भी मेरठ से शुरू होगा। मेरठ देश का पहला ऐसा शहर होगा जहां मेट्रो और रैपिड रेल एकसाथ दौड़ेगी। आईटी पार्क का भी लोकार्पण हो चुका है। यहीं डबल स्पीड, डबल इंजन की सरकार का उद्देश्य है कि विकास हो। कहा कि उधर हाथ लंबा करोगे तो योगी और इधर हाथ लंबा करोगे तो दिल्ली में मैं हूं।
2. टैलेंट को आजाद किया
गांव में कोई खुद को खिलाड़ी बताता था कि लोग कहते थे कि खेलते हो, वो तो ठीक है, लेकिन काम क्या करते हो। ज्यादातर खेलों के प्रति बेरुखी बढ़ती गई। दुनिया की हॉकी प्राकृतिक मैदान से भाई भतीजावाद, भ्रष्टाचार का खेल और पारदर्शिता का तो नामो निशान नहीं। ये हर खेल का हाल है। देश के युवाओं का जो अभिन्न टैलेंट था, वह बंदिशों में जकड़ा हुआ था। 2014 में खिलाड़ियों के टैलेंट को उन बंदिशों से निकालने का काम किया।
3. यूपी में पहले माफिया खेल खेलता था
यूपी की पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए बहुत बधाई देता हूं। 700 करोड़ की लागत से बनने वाली यह यूनिवर्सिटी ऐसी पहली यूनिवर्सिटी होगी जहां खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। यहां से हर साल एक हजार से ज्यादा बेटे बेटियां बेहतरीन खिलाड़ी बनकर निकलेंगे। यानी अब क्रांतिवीरों की नगरी खेलवीरों की नगरी के रूप में खुद को सशक्त करेगी। कहा कि पिछली सरकारों में अपराधी अपना खेल खेलते थे माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले माफिया अपना टूर्नामेंट खेलते थे। बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उनके खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल जेल खेल रही है।