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नई दिल्ली. आज यानी 12 जनवरी को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Birthday) का जन्मदिन है। 1972 में जन्मी प्रियंका अपना 50वां जन्मदिन मना रही है। उनका जन्म देश को तीन प्रधानमंत्री देने वाले गांधी परिवार में हुआ। कांग्रेस जब संकट के दौर से गुजर रही है, ऐसे वक्त में वह लड़की हूं, लड़ सकती हूं के नारे के साथ देश के सबसे बड़े सूबे यानी यूपी में कांग्रेस को दोबारा काबिज करने की जद्दोजहद कर रही है। जब प्रियंका महज 13 साल की थीं। तब उनकी रॉबर्ड वाड्रा (priyanka and Robert Vadra Love story) से पहली मुलाकात हुई। आइए जानते है, प्रियंका के जीवन से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट।
कॉमन फ्रेंड के जरिए वाड्रा से मुलाकात: प्रियंका और रॉबर्ट दिल्ली के ब्रिटिश स्कूल में साथ पढ़ते थे। एक कॉमन फ्रेंड के जरिए दोनों की मुलाकात हुई। 13 की उम्र में प्रियंका ने रॉबर्ट की सादगी के कारण उनसे बात करना शुरू किया। फिर मुलाकातों के जरिए दोनो एक-दूसरे के करीब आने लगे, लेकिन वाड्रा नहीं चाहते थे कि उनके और प्रियंका के रिश्ते के बारे में किसी को कुछ भी पता चलें, क्योंकि रॉबर्ट को ऐसा लगता था कि बाहरी लोग इस रिश्ते को लेकर गलत समझेंगे। (Priyanka Gandhi love story)
रॉबर्ट के घर वाले नहीं थे शादी के लिए तैयार: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब प्रियंका और रॉबर्ट ने अपने रिश्तें की बात अपने परिवार वालों के सामने रखी तो, रॉबर्ट के पिता और गांधी परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन प्रियंका की जिद के कारण बाद में उन्हें राजी होना पड़ा। जिसके बाद 18 फरवरी, साल 1997 को दोनों की शादी हुई। दोनों के दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। 29 अगस्त 2000 को प्रियंका के पहले बच्चे रेहान का जन्म हुआ। वहीं, उनके बेटी मिराया मराया 24 जून 2002 को इस दुनिया में आई।
प्रियंका में दिखती है दादी की झलक: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी प्रियंका की दादी हैं। प्रियंका के स्वभाव, उनके हेयर स्टाइल और लुक को देखते हुए, लोग उनमें इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की छवि देखते हैं।
2004 में मां के लिए किया प्रचार: प्रियंका साल 2004 के लोकसभा चुनाव में अपनी मां के चुनाव अभियान की कैम्पेन मैनेजर थीं। साल 2007 में हुए यूपी विधानसभा के चुनाव में प्रियंका के कंधों पर रायबरेली और अमेठी की दस सीटों की जिम्मेदारी थीं। उनके नेतृत्व में पार्टी ने सात सीटों पर जीत हासिल की थी।
प्रियंका की एजुकेशन: प्रियंका ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। साथ ही प्रियंका बुद्धिस्ट स्टडीज में MA है।
क्या प्रियंका बनेंगी कांग्रेस की संजीवनी: प्रियंका साल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं रहीं। उनके चुनाव प्रचार सिर्फ अपनी मां और भाई के संसदीय क्षेत्र यानी रायबरेली और अमेठी तक सीमित थे। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रियंका की कांग्रेस में ऑफिशियल एंट्री हुई और उनको कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव (Congress General secretory) बनाया गया। इस बार के यूपी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जिताने का जिम्मा प्रियंका के कंधों पर है। हालांकि, 10 मार्च को यूपी चुनाव के नतीजे आएंगे। इसमें ही पता चलेगा कि लड़की हूं लड़ सकती हूं फैक्टर कितना प्रभावी रहा।
रॉबर्ट के विवादों से छवि पर असर: प्रियंका को हमेशा रॉबर्ट पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से निशाना बनाए जाता रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग अपने सभी भाषणों में रॉबर्ट वाड्रा का जिक्र 'दामाद जी' कह कर किया करते थे, और कांग्रेस परिवार पर उन्हें फायदा पहुंचाने और दामाद के जरिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते थे। अक्तूबर 2012 में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाए कि रॉबर्ट वाड्रा ने दिल्ली और आसपास में कई बेशकीमती जमीन-जायदाद खरीदी। इसके लिए पैसा आया रियल इस्टेट कंपनी DLF की ओर से, जिसने रॉबर्ट वाड्रा को गैर जमानती ब्याज मुक्त कर्ज दिए।