चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में एक बार फिर से सियासी घमासान शुरू हो गया है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) आमने-सामने आ गए हैं। दोनों के बीच बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) को ज्यादा अधिकार दिए जाने को लेकर तनातनी हो गई है। एक ओर चन्नी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर जहां सवाल उठाए हैं, तो कैप्टन अमरिंदर ने इस फैसले का स्वागत किया है।
सीएम का विरोध, फैसला वापस लेने को कहा
केंद्र सरकार के इस फैसले का पंजाब में विरोध शुरू हो गया है। कई राजनीतिक पार्टियों ने केंद्र की मंशा पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने ट्वीट किया- 'केंद्र सरकार का ये फैसला संघीय ढांचे पर सीधा हमला है। बीएसएफ को 50 किमी तक कार्रवाई का अधिकार देने का फैसला तर्कहीन है। मैं गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से अनुरोध करता हूं कि वो इस फैसले को वापस लें।'
I strongly condemn the GoI's unilateral decision to give additional powers to BSF within 50 KM belt running along the international borders, which is a direct attack on the federalism. I urge the Union Home Minister @AmitShah to immediately rollback this irrational decision.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 13, 2021
केंद्र ने BSF के काम का दायरा बढ़ाया
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने पंजाब बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ का दायरा बढ़ाने का ऐलान किया है। BSF अब पाकिस्तान से लगी सीमा (Pakistan Border) पर भारतीय इलाके के अंदर 50 किलोमीटर तक कोई भी कार्रवाई कर सकेगी। अब बीएसएफ को तलाशी लेने, संदिग्ध की गिरफ्तारी करने और जब्ती करने का अधिकार दे दिया गया है। पहले बीएसएफ 15 किलोमीटर तक ही कार्रवाई कर सकती थी।
कैप्टन बोले- सुरक्षाबलों को राजनीति में ना घसीटें
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने सुरक्षाबलों को राजनीति में ना घसीटने की बात कही। मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने ट्वीट कर कैप्टन के बयान का जिक्र करते हुए बताया, 'हमारे जवान कश्मीर में शहीद हो रहे हैं। हम देख रहे हैं कि पंजाब में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हथियार और ड्रग्स भेज रहे हैं। ऐसे में बीएसएफ की मौजूदगी और बढ़ी हुई शक्तियां हमें मजबूत बनाएंगी। जब भारत की सुरक्षा की बात आती है तो हमें राजनीति से ऊपर उठना होगा।’