PUNE. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत अपने बयानों के वजह से चर्चा में बने रहते हैं। एक बार फिर वह चर्चा का विषय बन गए हैं, जब उन्होंने कहा कि स्कूलों में छोटे बच्चों से उनके निजी अंगों के नाम पूछना वामपंथी ईकोसिस्टम का हमला है। उन्होंने कहा ऐसे वामपंथी विचारधारा वाले लोग खुद को साइंटिस्ट समझते हैं।
मराठी किताब के लॉन्च में बोले भागवत
बता दें कि पुणे में रविवार को एक मराठी किताब ‘जगाला पोखरणारी डावी वालवी’ को लॉन्च करने का प्रोगाम आयोजित किया गया। इस दौरान भागवत ने वामपंथी विचारधारा वाले लोगों पर तंज कसा। उन्होंने अपना एक किस्सा बताते हुए कहा कि वह गुजरात के एक स्कूल में गए थे। वहां एक शख्स ने उन्हें किंडरगार्टन स्कूल में लगा एक निर्देश दिखाया। उसमें शिक्षकों को पता लगाने को कहा गया था कि क्या केजी-2 के बच्चों को अपने प्राइवेट पार्ट्स के नाम पता हैं। भागवत ने कहा कि वामपंथी लोगों ने दुनिया में सांस्कृतिक मार्क्सवाद शुरू कर दिया है। ऐसे लोग हमारी संस्कृति पर हमला बोल रहे हैं। इसका असर समाज से लेकर घर-परिवारों के सदस्यों पर भी पड़ रहा है।
सनातन पर बोले प्रमुख आरएएस
भागवत ने तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे डीमएके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सनातन को उसकी सही जगह पर फिर से लाने करने के लिए राक्षसों के साथ लड़ाई चल रही है। आरएसएस प्रमुख ने जी20 के सफल आयोजन पर केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि भारत तेजी तरक्की कर रहा है।
भागवत जा रहे लखनऊ दौरे पर
मोहन भागवत 22 से 24 सिंतबंर तक लखनऊ दौरे पर रहने वाले हैं। इस दौरान वह संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर अवध प्रांत के पदाधिकारी और प्रचारकों की बैठक करेंगे।