New Delhi. वनडे विश्व कप 2023 के बाद टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल खत्म हो गया है। पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री के बाद द्रविड़ ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर भारतीय टीम की बागडोर संभाली थी। द्रविड़ के कार्यकाल में भारतीय टीम ने एक विश्व टेस्ट चैंपियंस के फाइनल, एक टी-20 विश्व कप और एक वनडे विश्व कप खेला, लेकिन आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म नहीं हो सका। हालांकि टीम बहुत मजबूत स्थिति में है।
23 नवंबर से टी-20 सीरीज
विश्व कप के बाद अब भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज खेलना है। इसका आगाज 23 नवंबर 2023 से होगा। ऐसे में हेड कोच राहुल द्रविड़ का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू होने पर संशय है। द्रविड़ के बाद कौन 3 खिलाड़ियों को पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
हेड कोच बनने की रेस में 3 दिग्गज सबसे आगे
1. वीरेंद्र सहवाग
भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को हेड कोच पद के लिए दावेदार माना जा रहा है। सहवाग न तो किसी आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े हैं। ऐसे में वह बीसीसीआई के साथ जुड़ सकते हैं। सहवाग अपने रिटायरमेंट के दो साल बाद ही भारतीय टीम का कोच बनना चाहते थे। उन्होंने 2017 में हेड कोच के लिए अप्लाई किया था, हालांकि इस बार बीसीसीआई शायद खुद उन्हें कॉन्ट्रेक्ट दे सकती है, अगर सहवाग कोच बनने के लिए तैयार भी हैं।
2. वीवीएस लक्ष्मण
वीवीएस लक्ष्मण को टीम इंडिया के हेड कोच की पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। अगर द्रविड़ अपना कॉन्ट्रेक्ट आगे नहीं बढ़ाते हैं तो लक्ष्मण को हेड कोच बनाने का बीसीसीआई सोच सकती है। लक्ष्मण बीसीसीआई से बतौर एनसीए के चीफ जुड़े। वे द्रविड़ भी कोच बनने से पहले एनसीए चीफ थे। लक्ष्मण के पास कोच का काफी अनुभव है। उन्होंने साल 2013 में अपना कोचिंग करियर शुरू किया था, जब उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद टीम में बतौर मेंटोर शामिल हुए थे। 2021 में बीसीसीआई से जुड़ने के बाद लक्ष्मण को अपनी जॉब छोड़नी पड़ी। हालांकि अभी उनके नाम पर मंथन जारी है।
3.अनिल कुंबले
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 220 मैच खेल चुके पूर्व भारतीय दिग्गज बॉलर अनिल कुंबले का नाम लिस्ट में टॉप थ्री में हैं। कुंबले हेड कोच पद के दावेदार माने जा रहे हैं। वह साल 2016 में टीम इंडिया हेड कोच रहे हैं, लेकिन कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेदों के चलते उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। साल 2017 में कुंबले की कोचिंग के अंडर ही चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी।