Chennai. राहुल गांधी आज यानी 7 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। 3570 किमी ये यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर तक जाएगी। यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेगी। देश के पिछले 75 वर्षों के इतिहास में ऐसी यात्रा किसी राजनीतिक दल ने नहीं की है। यात्रा में राहुल गांधी के साथ कुल 117 नेता पदयात्रा करेंगे। इनमें पार्टी के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा और युवा नेता कन्हैया कुमार भी शामिल हैं। इस यात्रा में चलने वाले इन 117 नेताओं को ‘भारत यात्री' नाम दिया गया है।
LIVE: Shri @RahulGandhi at prayer gathering in memory of Former Prime Minister Shri Rajiv Gandhi in Sriperumbudur. https://t.co/58rh9b5RvA
— Congress (@INCIndia) September 7, 2022
राहुल ने सबसे पहले पिता को श्रद्धांजलि दी
पदयात्रा की शुरुआत से पहले राहुल गांधी श्रीपेरुमबुदूर में राजीव गांधी मेमोरियल पहुंचे। यहां उन्होंने प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। इसके बाद वे कन्याकुमारी पहुंचेंगे। यहां तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहेंगे। उद्घाटन समारोह के लिए तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री राहुल को राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे।
पाकिस्तान से शुरू करनी थी यात्रा- असम के मुख्यमंत्री
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को यह यात्रा शुरू ही करनी है तो इसकी शुरुआत पाकिस्तान से होनी चाहिए। भारत पहले से जुड़ा हुआ है और एक है। भारत का बंटवारा 1947 में हुआ था, इसलिए भारत में इस यात्रा का कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। वहीं, तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख अन्नामलाई ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो नहीं भारत छोड़ो यात्रा के लिए मशहूर हैं। राहुल गांधी जब इस यात्रा के माध्यम से देश में घूमेंगे तो पता चलेगा कि 8 साल में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को कैसे बदल दिया और उनकी आंखें खुल जाएंगी।