Delhi: राहुल गांधी आज नेशनल हेराल्ड केस में ED मुख्यालय में 11:00 बजे पेश होंगे। इसके विरोध में कांग्रेस देशभर के ED कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के सांसद के अलावा पार्टी के कई बड़े नेता उनके साथ ED कार्यालय तक जाएंगे। राहुल गांधी से जांच के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से हिरासत में ले लिया है। राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा नेशनल हेराल्ड में कोई घोटाला नहीं हुआ। नेशनल हेराल्ड कंपनी ने यंग इंडिया कंपनी का बकाया चुकाया है और कर्मचारियों का वेतन दिया। हमने भाजपा सरकार की तरह भारत की सरकारी संपत्तियों को बेचा नहीं है। साथ ही मप्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी सरकार ईडी को माध्यम बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं हमारे नेता राहुल गांधी द्वारा उठाई जा रही जनता की आवाज को दबाने और कुचलने का प्रयास कर रही है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी है।
पेशी से पहले लगे पोस्टर
कांग्रेस पार्टी के समर्थक देशभर में प्रदर्शन करके इसका विरोध कर रहे हैं। दिल्ली में कई जगह कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में पोस्टर लगाकर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ बोला है. वहीं दूसरी ओर ED सूत्रों की मानें तो आज राहुल से असिस्टेंट डायरेक्टर लेवल के अधिकारी पूछताछ करेंगे। पूछताछ सामान्य तरीके से की जाएगी, जैसे बाकी आने वाले लोगों से की जाती है। जांच के दौरान राहुल गांधी अपना मोबाइल फोन यूज नहीं कर पाएंगे और ना ही अपने किसी साथी राजनेता को उनके साथ ED कार्यालय में अंदर आने की इजाजत नहीं है।
सवालों की लंबी सूची तैयार
ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी सूची तैयार कर ली है। लगभग दो दर्जन सवाल ED के अफसर पूछेंगे, जो सभी नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया कंपनी से जुड़े हैं। राहुल गांधी यंग इंडिया कंपनी में अपनी मां सोनिया गांधी के साथ 38-38% के हिस्सेदार हैं। बाकी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस के पास है। इन दोनों नेताओं का देहांत हो चुका है।
ED ने सोनिया को भी बुलाया
ईडी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले 8 जून को पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन 1 जून को वे कोरोना पॉजटिव हो गई थीं। इसी वजह से वे पेश नहीं हो पाईं। वहीं, रविवार को कोरोना के चलते सोनिया की तबीयत बिगड़ गई। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। 1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। उस वक्त AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई। जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया।
55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, इस केस में ED की एंट्री साल 2015 में हुई।
केस में अब तक क्या-क्या हुआ
- 1 नवंबर 2012 को दिल्ली कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी ने केस दर्ज कराया, जिसमें सोनिया-राहुल के अलावा मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा आरोपी बनाए गए। ये सभी कांग्रेस से जुड़े हैं।