new delhi/Bhopal. कांग्रेस के बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड के मामले ने फिर तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 13 जून को ईडी के सामने पेश होना है। 13 जून को राहुल की पेशी पर कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की है। कांग्रेस ने अपने सांसदों से कहा है कि वे 13 जून की सुबह दिल्ली में मौजूद रहें। इस मामले में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को ED कई बार समन भेज चुकी है। अब इस मुद्दे पर कांग्रेस देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। । इसके अलावा कांग्रेस ने इसके लिए कई तैयारियां भी की हैं, जिनमें विरोध प्रदर्शन और ईडी दफ्तर तक मार्च भी शामिल है। पार्टी ने अलग-अलग राज्यों में तमाम नेताओं को प्रेस फांफ्रेस की जिम्मेदारी सौंपी है। इस दौरान सभी कांग्रेस नेता सरकारी एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहेंगे।
षड्यंत्र कर फंसाने का आरोप
इस मामले में मध्यप्रदेश में राज्यसभा सांसद और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने राजधानी भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है। जहां सभी राज्यसभा सांसद और पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे और राहुल गांधी के साथ कांग्रेस दफ्तर 24 अकबर रोड से ईडी मुख्यालय तक मार्च करेंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि नेहरू और गांधी परिवार ने कभी भी कोई लोन नहीं लिया उसके बावजूद भी उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है जिसकी हम निंदा करते हैं।
प्रदेश में रही बुलडोजर संस्कृति
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूरे देश में इस समय डराने धमकाने का माहौल चल रहा है। बुलडोजर वाली संस्कृति चल रही है, जिसका देश के कानून और संविधान में कहीं जिक्र नहीं है, फिर भी मनमाने ढंग से लोगों के घर और मकान तोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान इनके लिए कोई मतलब नहीं रखता यह पद की शपथ लेते हैं निष्पक्षता के साथ काम करने का वादा जनता से करते हैं ,मगर पूरे देश में भाजपा पक्षपात कर रही है। जिसे लेकर वर्ग विशेष के खिलाफ इन लोगों ने जो अभियान चलाया हुआ है इसका कड़ा विरोध किया हैं।
क्या है मामला?
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2 हजार करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया। साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है।
नेशनल हेराल्ड की स्थापना जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर 1938 में की थी। एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है। कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे ले लिया था। मतलब पार्टी ने इसे 90 करोड़ का लोन दे दिया। इसके बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है। बाकी की 24 फीसदी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज (दोनों अब मृतक) के पास थी।
इसके बाद टीएजेएल के 10-10 रुपये के नौ करोड़ शेयर 'यंग इंडियन ' को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडियन को कांग्रेस का लोन चुकाना था। 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99 फीसदी शेयर हासिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन भी माफ कर दिया। यानी 'यंग इंडियन' को मुफ्त में टीएजेएल का स्वामित्व मिल गया।
जमानत पर राहुल-सोनिया
2015 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जल्द सुनवाई के लिए स्वामी से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने के लिए कहा था। 19 दिसंबर 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले को रद्द करने से इनकार करते हुए सभी 5 आरोपी सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस और सुमन दुबे को कोर्ट में पेश होने से छूट दे दी थी।
इस साल अप्रैल में कांग्रेस नेताओं से हुई थी पूछताछ
अप्रैल 2022 में कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपना बयान दर्ज कराने के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे थे। इसके बाद ईडी ने कांग्रेस नेता पवन बंसल का बयान भी दर्ज किया था।