AYODHYA. अयोध्या में भगवान राम का दिव्य और भव्य मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए बनकर तैयार है। बतां दें कि श्री राम ट्रस्ट के मुताबिक, 22 जनवरी 2024 को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे। राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारी जोरो-शोरो पर है, इसी बीच मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के प्रसाद की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। इसके लिए विशेष कारीगरों के माध्यम से एक लाख ग्यारह हजार देशी घी का लड्डू तैयार किया जा रहा है।
62 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य- विहिप
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण के समय लोगों से अंशदान लेने के लिए 44 दिन का एक कार्यक्रम चलाया गया था। विहिप इस कार्यक्रम में देश के 13 लाख गांवों के 62 करोड़ लोगों तक पहुंचने में सफल रहा था। इसके अलावा राम मंदिर के लिए चले आंदोलन से लेकर इतिहास के अलग-अलग कालखंड में अन्य अनेक लाखों लोगों ने मंदिर निर्माण में अपनी भूमिका निभाई थी। उनका प्रयास है कि राम मंदिर उदघाटन में इन सबकी सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता दें
बता दें कि अक्षत कलश कार्यक्रम में शामिल विहिप कार्यकर्ताओं के पास उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भी होंगे। इसे क्षेत्र के गणमान्य लोगों को देकर उद्घाटन कार्यक्रम में उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। चूंकि, उद्घाटन के दिन अयोध्या में भारी संख्या में लोगों के पहुंचने का अनुमान है, राम मंदिर ट्रस्ट और विहिप ने लोगों से अपील की है कि वे अयोध्या पहुंचने की बजाय अपने स्थानीय मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में ही सहभागिता करें।
स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा ये दिन
जब रामलला भव्य महल में विराजमान होंगे, तो वो दिन इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। हर राम भक्त के मन में यह लालसा होगी कि राम मंदिर में किस तरह से रामलला विराजेंगे। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी मूर्ति की फोटो ली जाएगी और उस फोटो को राम मंदिर के प्रसाद के साथ पूरे देश के 10 करोड़ राम भक्तों में वितरित किया जाएगा।