NEW DELHI. अयोध्या में श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे होना तय हुआ है। इस कार्यक्रम का निमंत्रण देने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी बुधवार 25 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी से मिले। पीएम मोदी ने उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया। यानी पीएम मोदी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
भावनाओं से भरा दिन
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह दिन मेरे लिए भावनाओं से भरा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मिलने आए और मुझे प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। हाल ही में पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि सदियों का इंतजार अब खत्म होने को है। राम मंदिर का निर्माण हमारी विजय जैसा है।
क्या है राम मंदिर मामला
राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 में फैसला सुनाया था। शीर्ष अदालत ने अयोध्या में विवादित स्थल पर पर एक ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के निर्माण की बात कही थी। साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार को मस्जिद के के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ का जमीन देने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि विवादित भूमि की 2.77 एकड़ जमीन जहां 16वीं सदी की ध्वस्त बाबरी मस्जिद थी, वह केंद्र सरकार के रिसीवर के पास रहेगी और तीन माह में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को दे दी जाएगी।